21 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Bollywood Desk: विवाद या पीआर स्टंट? दिनेश विजन की फिल्मों के लिए बना ‘कंट्रोवर्सी फैक्टर’ फिल्मी दुनिया में अक्सर कहा जाता है—“विवाद जितना बड़ा, फिल्म की पब्लिसिटी उतनी ही तगड़ी।” इस साल दिनेश विजन के मैडॉक फिल्म्स की लगभग हर फिल्म इसी फॉर्मूले पर खरी उतरती दिखी है। रिलीज से पहले विवादों में फंसने के बावजूद, या कहें उन्हीं की वजह से, फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर गईं। अब सवाल उठ रहा है—क्या ये सब महज़ इत्तेफाक है या फिर एक सोचा-समझा पीआर स्टंट?
🔹 स्काई फोर्स: पहचान पर उठा विवाद साल की शुरुआत अक्षय कुमार और वीर पहाड़िया स्टारर स्काई फोर्स से हुई। फिल्म 1965 के भारत-पाक युद्ध पर आधारित थी। लेकिन फिल्म में स्क्वाड्रन लीडर अज्जमादा बोप्पय्या देवय्या को तमिल दिखाने पर कोडवा समुदाय नाराज़ हो गया। वहीं, कलेक्शन बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के आरोप भी लगे। नतीजा—विवाद ने फिल्म को चर्चा में ला दिया और फिल्म हिट साबित हुई।
🔹 छावा: इतिहास पर सवाल विक्की कौशल की छावा रिलीज से पहले ही मराठा समुदाय के निशाने पर आ गई। आरोप लगे कि फिल्म में औरंगजेब और मराठा नायकों को गलत तरीके से दिखाया गया है। निर्देशक लक्ष्मण उतरेकर को माफी तक मांगनी पड़ी। लेकिन, विवाद ने फिल्म को भारी पब्लिसिटी दी और इसने वर्ल्डवाइड तगड़ी कमाई की।
🔹 भूल चूक माफ: मेकर्स बनाम मल्टीप्लेक्स यह फिल्म ओटीटी और थिएटर रिलीज को लेकर विवादों में रही। पहले सीधे प्राइम वीडियो पर रिलीज की घोषणा हुई, तो मल्टीप्लेक्स चेन ने समझौता तोड़ने का आरोप लगाया और मामला कोर्ट तक पहुंचा। बाद में समझौते के बाद फिल्म सिनेमाघरों में आई और बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई कर गई। विवाद के चलते इसे खूब सुर्खियां मिलीं।
🔹 तेहरान: रिलीज को लेकर मनमुटाव जॉन अब्राहम की तेहरान भी विवादों से अछूती नहीं रही। इजरायल-ईरान संघर्ष को लेकर बनी इस फिल्म को लेकर सिनेमाघरों और मेकर्स में रिलीज को लेकर असहमति रही। ओटीटी पर आने के बाद इसे मिला-जुला रिस्पॉन्स मिला, लेकिन फिल्म प्रमोशन के दौरान जॉन के बयानों ने खूब सुर्खियां बटोरीं।
🔹 परम सुंदरी: चर्च सीन पर बवाल अब चर्चा है मैडॉक की आगामी फिल्म परम सुंदरी की। फिल्म के ट्रेलर में सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर का एक चर्च सीन सामने आते ही ईसाई समुदाय ने आपत्ति जताई। उनका कहना है कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ हुआ है और मेकर्स को माफी मांगनी चाहिए। इस विवाद ने फिल्म की रिलीज से पहले ही उसे हॉट टॉपिक बना दिया है।
⚖️ विवाद: नुकसान या फायदा? मैडॉक की फिल्मों को देखते हुए साफ है कि विवादों ने इन फिल्मों को जबरदस्त पब्लिसिटी दी और बॉक्स ऑफिस पर फायदा भी। फिल्म एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह कोई नया ट्रेंड नहीं है—पहले भी रामलीला, पद्मावत, पठान और कबीर सिंह जैसी फिल्में विवादों से घिरीं और अंततः सुपरहिट साबित हुईं। वॉचडॉग फाउंडेशन के निकोलस अल्मेडा के मुताबिक, “फिल्ममेकर बार-बार धार्मिक भावनाओं को मुद्दा बनाकर पब्लिसिटी बटोरते हैं। यही उनकी रणनीति है।” वहीं वकील गॉडफ्रे प्रिमेंटा कहते हैं, “यह कमर्शियल एक्सप्लॉइटेशन ऑफ रिलीजियस सेंटीमेंट्स है।”













