15 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Haryana Desk: हरियाणा में बिजली कनेक्शनों की संख्या बढ़ी, लेकिन स्टाफ की कमी बनी चुनौती हरियाणा में अब तक कुल 81,92,187 बिजली कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से 64,21,708 कनेक्शन (78.39%) घरेलू उपभोक्ताओं के नाम हैं। इसके अलावा, 8,95,551 गैर-घरेलू, 1,09,686 औद्योगिक और 7,03,590 कृषि उपभोक्ता भी जुड़े हुए हैं। प्रदेश का कुल कनेक्टेड लोड 3,93,97,520 किलोवाट तक पहुंच चुका है, जिसमें घरेलू उपभोक्ताओं का हिस्सा 1.24 करोड़ किलोवाट (31.63%), औद्योगिक उपभोक्ताओं का लगभग 1.13 करोड़ किलोवाट (29%) और कृषि उपभोक्ताओं का 84.14 लाख किलोवाट (21.36%) है।
वहीं, वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 60,981 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली की बिलिंग की जा चुकी है। इसमें सबसे अधिक खपत घरेलू उपभोक्ताओं ने 18,213 एमयू (29.87%), औद्योगिक उपभोक्ताओं ने 22,446 एमयू और कृषि उपभोक्ताओं ने 10,581 एमयू की है।
हालांकि, बिजली की मांग और खपत लगातार बढ़ रही है, लेकिन विभाग में कर्मचारी संख्या में कमी बड़ी समस्या बनी हुई है। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) में कुल 40,294 पद स्वीकृत हैं, लेकिन इनमें से लगभग आधे पद यानी 18,769 पद खाली पड़े हैं। यूएचबीवीएन में 17,956 स्वीकृत पदों में से 10,564 और डीएचबीवीएन में 22,338 स्वीकृत पदों में से केवल 11,011 पद ही भरे गए हैं। इसका मतलब है कि राज्य में बिजली वितरण व्यवस्था आधी मैनपावर पर निर्भर है।
फील्ड तकनीशियन, लाइनमैन, मीटरिंग वर्कर्स और मेंटेनेंस स्टाफ की कमी से सेवा प्रभावित हो रही है। अधिकतर कर्मचारी अनुबंध आधारित हैं, जिसके कारण तकनीकी खामियां समय पर ठीक नहीं हो पातीं और उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान भी देर से होता है।
प्रदेश सरकार ने इस समस्या को लेकर कदम उठाए हैं और हारट्रोन (HKRN) के माध्यम से अब तक 10,948 अस्थायी कर्मचारियों की तैनाती की है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह समाधान अस्थिर और अल्पकालिक है। सरकार ने विभाग से मैनपावर की कमी का ब्यौरा मांगा है और उसके आधार पर स्थायी और प्रशिक्षित कर्मचारियों की भर्ती को लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा के बिजली मंत्री विज ने प्रदेशवासियों को भरोसा दिलाया है कि बिजली सेवाओं में सुधार के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है और जल्द ही कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।