चंडीगढ़, 11 जुलाई 2025 Fact Recorder
Punjab Desk- हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न जलभराव की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा तत्काल और प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और जनता की सुविधा व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं। नगर निगम, जीएमडीए, लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में पानी निकासी के लिए ड्रेन, अस्थायी पंपिंग स्टेशन और उपकरणों के साथ सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। नालों की सफाई और जल निकासी प्रणाली को सुचारू करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को स्थिति पर निरंतर नजर रखने और त्वरित कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जलभराव के कारण जनजीवन न्यूनतम प्रभावित हो। सरकार जनता से अनुरोध करती है कि जलभराव वाले क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचें और आपदा प्रबंधन टीमों के साथ सहयोग करें। स्थिति पर नियमित अपडेट सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हरियाणा सरकार जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और आलोचनाओं को रचनात्मक रूप से लेते हुए इस स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। हमारा लक्ष्य गुरुग्राम को जलभराव की समस्या से मुक्त करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत बुनियादी ढांचा तैयार करना है।
*नागरिकों की सुविधा के लिए रात से ही एक्टिव दिखे सभी विभाग*
बरसात के उत्पन्न स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन के समन्वय से विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने जलनिकासी व नागरिकों की सुविधा को लेकर निरंतर कार्य जारी रखा। बीती 9 जुलाई की रात शाम साढ़े सात बजे से 9 बजे के अंतराल में 103 एमएम की बारिश दर्ज की गई। जिसके चलते सडक़ों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हुई। डीसी अजय कुमार ने बताया कि बरसात को लेकर विभिन्न विभागों की टीम रात भर से ही सक्रिय रही ताकि नागरिकों को असुविधा से बचाया जा सके। अगली सुबह जलनिकासी के कार्य को सुचारू रखने व सडक़ों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी भी जारी की गई। जिला प्रशासन की ओर से एनएच 48 पर नरसिंहपुर के समीप सर्विस लेन से जलनिकासी के लिए बनाई अस्थाई ड्रेन बेहद कारगर साबित हुई। इस बार रात भर की बारिश के बावजूद इस ड्रेन के माध्यम से दोनों सर्विस लेन में जलभराव नहीं हुआ जबकि पूर्व में दोनों सर्विस लेन में दो-तीन दिन जलभराव रहता था। वहीं जिला की प्रमुख सडक़ों से अगले दिन दोपहर तक जलनिकासी हो चुकी थी।
*पंप मशीनरी की सहायता से बरसात में ही संभाला काम*
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि निगम टीमें बरसात शुरू होते ही रात के समय ही मौके पर पंप व मशीनरी के साथ जल निकासी व्यवस्था करने में जुट गई। वहीं, स्वच्छता शाखा की टीमें भी अलग-अलग स्थानों पर ड्रेनेज, जीटी की सफाई सुनिश्चित करते हुए दिखी। टीमों ने बहरामपुर, साउथ सिटी-2, शीतला माता रोड, लक्ष्मण विहार, गुलमोहर पार्क, सिल्वर जुबली पार्क, विपुल वर्ल्ड, रोजवुड सिटी, सुशांत लोक-3, सेक्टर-48, फाजिलपुर झाड़सा, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, अशोक विहार फेज-3, सेक्टर-39, 40, अशोक विहार, सेक्टर-7, सेक्टर-10, 10 ए, बसई रोड, सेक्टर-28, एमजी रोड, मदनपुरी रोड, सेक्टर-15 पार्ट-1 व पार्ट-2 सहित जलभराव के सभी स्थानों पर सक्रियता दिखाई तथा पानी निकासी की व्यवस्था में जुटी रही।
*सोशल मीडिया पर भी मिली सराहनीय प्रतिक्रियाएं*
विभिन्न विभागों की की सक्रियता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों सहित शहर के नागरिकों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी। सोशल मीडिया पर एक यूजर गौरी सरीन ने लिखा-बहुत अच्छा काम, आज सुबह ही निकली और कुछ स्थानों को छोड़कर ज्यादातर स्थान बेहतर मिले। नॉटी रिपोर्टर नामक यूजर ने लिखा पिछले साल की अपेक्षा इस बार काफी सुधार है, पानी जल्दी निकल जाता है, प्रशासन का काम सराहनीय है। एक अन्य यूजर सुमेधा शर्मा ने लिखा हालांकि बरसात ने बुनियादी सुविधाओं की समस्या को उजागर किया, लेकिन इस बार नगर निगम का रवैया कुछ अलग है। वर्षों में पहली बार कर्मचारियों को रात में शहर चलाने के लिए मौके पर कार्य करते देखा गया। निगम के नाइट रेंजर्स ने शहर को सुचारू रूप से चलाया। तेजस्वी जांगड़ा भारतीय ने भी पूरी रात जलभराव हटाने में मेहनत करने वाले कर्मचारियों की प्रशंसा की। पार्षद अवनीश राघव, विजय परमार, सोनिया यादव, प्रथम चन्द्र वशिष्ठ सहित आरडद्ब्रल्यूए सेक्टर-22 ए, 22 बी, सेक्टर-31 सहित कई गणमान्य नागरिकों ने भी नगर निगम के प्रयासों को सराहा। मेरा भारत महान नामक यूजर ने लिखा कि नगर निगम ने इस वर्ष मानसून की पहली बड़ी बरसात की चुनौती का सफलता से सामना किया है।
*आगामी बरसात तक अलर्ट मोड पर निगम की सभी टीम*
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि बरसात शुरू होते ही निगम की टीमें सक्रिय हो गई और रातभर फील्ड में डटी रही। आगामी बरसात को देखते हुए निगम की टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और कंट्रोल रूम सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं। हम सभी गुरुग्राम वासियों से अपील करते हैं कि सीवरेज व ड्रेनेज लाइन में कचरा, प्लास्टिक या कोई भी अवांछनीय वस्तु ना डालें। इससे जल निकासी व्यवस्था बाधित होती है और जलभराव की स्थिति गंभीर बन सकती है। यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। शहर यहां के नागरिकों का है तथा इसे बेहतर बनाने में सभी योगदान दें। शहर को गंदा करने वालों या नुकसान पहुंचाने वालों पर नजर बनाए रखें। सभी नागरिक मेरा शहर-मेरी जिम्मेदारी की भावना के तहत सरकार व निगम का सहयोग करें।
*बरसात में 222 से अधिक वाहनों को निकालकर और 6 से अधिक पेड़ों को सडक़ से हटाकर यातायात पुलिस ने रात भर संभाले रखा मोर्चा*
पुलिस उपायुक्त यातायात डा. राजेश कुमार मोहन ने बताया कि यातायात पुलिस बरसात की तैयारी में पहले से ही लगी हुई थी । जिसके कारण यातायात का संचालन सफलतापूर्वक और शीघ्रता से सुगमतापूर्वक करा पाई। जिसमें 72 यातायात पुलिस कर्मचारियों की बरसात के लिए रात्रि ड्यूटी पहले से ही 23 जगहों पर लगाई गई थी और 9 जुलाई की रात अधिक बरसात होने के कारण 100 से अधिक स्थानों पर यातायात पुलिस समय 10.30 बजे तक तथा 40 जगहों पर रात्रि 12.30 बजे के बाद तक मौजूद रही और करीब 10 जगह जिसमें सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, राजीव चौक, सीआरपीएफ कैंप चौक नजदीक माता मंदिर, पासको रेड लाइट, सिगनेचर टावर, इफको चौक, बादशाहपुर बस स्टैंड, हिमगिरी चौक, सेक्टर 42/27 चौक और जैड चौक आदि स्थानों पर रात्रि दो बजे तक यातायात पुलिस ने बरसात में भीगते हुए जल भराव में खड़े होकर अपना कर्तव्य कर्मठता के साथ निभाया और यातायात का सफलतापूर्वक संचालन कराया। बरसात से अगली सुबह तक अधिक बारिश होने के कारण सडक़ मार्गों से विभिन्न स्थानों पर गिरे 6 पेड़ों को यातायात पुलिस गुरुग्राम ने हटवाया।
*डीएचबीवीएन ने किया नागरिकों की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी*
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार गर्ग ने बताया कि बरसात के दौरान बिजली निगम की लाइनों से किसी व्यक्ति एवं कर्मचारी को कोई नुकसान न हो। इसके लिए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने कार्यकारी अभियंता को सुरक्षा अधिकारी की जिम्मेदारी दी हुई है। इसी के मध्यनजर बिजली की लाइनों से संबंधित किसी भी प्रकार के खतरे की सूचना सीधे मुख्यालय को दी जा सकेगी। कार्यकारी अभियंता (सुरक्षा) के मोबाइल- व्हाट्सएप नंबर 9050960500 पर कोई भी नागरिक ऐसे स्थान का फोटो, वीडियो, गूगल लोकेशन या लैंडमार्क, उपमंडल क्षेत्र के नाम आदि के द्वारा जानकारी दे सकता है। जान-माल के खतरे से बचाव करते हुए, टूटे हुए खंभे, बिजली की तारों, सपोर्ट वायर, अर्थ वायर, ट्रांसफार्मर, मीटर बॉक्स अथवा अन्य किसी में आने वाले करंट की सूचना कोई भी राहगीर, नागरिक या उपभोक्ता जारी किए नंबर पर तुरंत दे सकते हैं।