27 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
National Desk: Axiom-4 मिशन: शुभांशु शुक्ला बने 634वें अंतरिक्ष यात्री, 41 साल बाद भारत ने फिर रचा अंतरिक्ष में इतिहास भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बार फिर नया इतिहास रच दिया है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले भारत के दूसरे और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वे Axiom-4 (Ax-4) मिशन के तहत 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुए थे। 28 घंटे की लंबी यात्रा के बाद वे गुरुवार को ISS पर पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
शुभांशु शुक्ला अब तक अंतरिक्ष में जाने वाले दुनिया के 634वें एस्ट्रोनॉट हैं। वहां पहुंचते ही उन्होंने देशवासियों को पहला संदेश भेजा:
“यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। अगले 14 दिन काफी एक्साइटिंग रहने वाले हैं। मेरे प्यारे देशवासियों, आपके प्यार और आशीर्वाद से मैं सुरक्षित यहां पहुंच चुका हूं। यहां खड़े होना आसान दिखता है, लेकिन वास्तव में यह थोड़ा मुश्किल है। हालांकि कुछ दिनों में इसकी आदत हो जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि अंतरिक्ष में थोड़ा सर भारी लग रहा है और शरीर को हल्की तकलीफ हो रही है, लेकिन ये सब छोटी बातें हैं। वे अगले 14 दिनों तक ISS में रहते हुए करीब 60 वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे।
“यह मेरी अंतरिक्ष यात्रा का पहला पड़ाव है। इस जर्नी को हम काफी एक्साइटिंग बनाएंगे। मैं बहुत उत्साहित हूं। मेरे कंधे पर तिरंगा है और मैं जानता हूं कि आप सब मेरे साथ हैं,” शुभांशु ने भावुक स्वर में कहा।
शुभांशु भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन कमांडर हैं और उनके पास 2000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। उनके साथ Axiom-4 मिशन में तीन और एस्ट्रोनॉट भी शामिल हैं। इस मिशन को NASA, SpaceX और ISRO के सहयोग से लॉन्च किया गया है।
1984 में भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने जब सोवियत मिशन के तहत अंतरिक्ष की यात्रा की थी, तब उन्होंने कहा था: “सारे जहां से अच्छा…”
अब, 41 साल बाद शुभांशु शुक्ला की इस उपलब्धि ने भारत को फिर से अंतरिक्ष मानचित्र पर गर्व से स्थापित कर दिया है।