सावन का महीना है खास, हाथों पर रचाएं शुभ और सुंदर मेहंदी

10 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Lifestyle Deski: 11 जुलाई से शुरू हो रहा है पावन सावन महीना, रचाएं हाथों पर शुभ और सुंदर मेहंदी डिजाइन सावन का महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है और इसकी तैयारियां मंदिरों से लेकर घरों तक जोरों पर हैं। भोलेनाथ को समर्पित इस पवित्र महीने में भक्त शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। खासतौर पर महिलाएं इस महीने सजने-संवरने में पीछे नहीं रहतीं। मान्यता है कि सावन में श्रृंगार करना शुभ होता है, और इसी श्रृंगार का सबसे अहम हिस्सा होती है मेहंदी।

इसलिए हम आपके लिए लाए हैं कुछ खास और लेटेस्ट मेहंदी डिजाइन, जिन्हें आप इस सावन में अपने हाथों पर रचा सकती हैं:

1. शिवलिंग डिजाइन मेहंदी
सावन में शिवलिंग का चित्र हाथों पर बनवाना शुभ माना जाता है। आप इसे इस तरह बनवा सकती हैं कि यह किसी मंदिर की झलक देता दिखाई दे। यह डिजाइन देखने में बहुत सुंदर लगेगा और धार्मिक महत्व भी रखेगा।

2. झूले पर शिव-पार्वती की झलक
सावन में झूला झूलने की परंपरा भी है। इस थीम को मेहंदी में उतारें और झूले पर बैठे शिव-पार्वती की प्यारी छवि हथेली पर बनवाएं। आसपास फूल और बेल-पत्तियों से सजावट करें जिससे यह और आकर्षक लगे।

3. पूजा करती महिला की छवि
मेहंदी डिजाइन में शिवालय में पूजा करती महिला का चित्र बनवाएं। यह सावन की पूजा-पाठ की भावना को दर्शाता है। दूसरी हथेली पर हंसों के जोड़े की आकृति बना सकती हैं, जो पारंपरिक और खूबसूरत लगेगा।

4. झूला झूलते कपल की छवि
अगर आप कुछ रचनात्मक और प्रेम से जुड़ा डिजाइन चाहती हैं, तो एक हथेली पर झूला झूलते हुए जोड़े की तस्वीर बनवाएं। यह सावन के माहौल को खूबसूरती से दर्शाएगा।

5. केदारनाथ धाम की छवि
थोड़ा अलग और आध्यात्मिक स्पर्श देना चाहती हैं तो हाथों पर केदारनाथ धाम की आकृति बनवाएं। यह डिजाइन बेहद आकर्षक लगेगा और धार्मिक भावनाओं को भी दर्शाएगा।

6. शिव-पार्वती और शिवलिंग की संयुक्त डिजाइन
सावन में शिव-पार्वती की आराधना का विशेष महत्व होता है। इस थीम को ध्यान में रखते हुए, अपने हाथों पर इन दोनों की छवि बनवाएं। साथ में शिवलिंग भी दर्शाएं ताकि डिजाइन और भव्य लगे। यह थोड़ी बारीक और जटिल डिजाइन होती है, लेकिन दिखने में बेहद मनमोहक।

इस बार सावन में अपने पूजन के साथ-साथ हाथों पर भी श्रद्धा और सुंदरता की छाप छोड़ें। इन डिजाइन से आप न सिर्फ अपने रूप को निखारेंगी, बल्कि सावन की धार्मिक ऊर्जा को भी अपने साथ जोड़ पाएंगी।