पुलिस कर्मियों की शहादतों को हमेशा किया जाएगा याद

संगरूर, 21 अक्टूबर 2025 Fact Recorder

Punjab Desk : ज़िला पुलिस प्रमुख श्री सरताज सिंह चहल ने ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए पुलिस लाइन, संगरूर में आयोजित पुलिस शहादत दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस के जवानों की शहादतों को हमेशा याद रखा जाएगा, जिन्होंने अमन और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

श्री चहल ने कहा कि पंजाब पुलिस का गौरवशाली इतिहास है और इस पुलिस बल ने देश की एकता, अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए बड़ी कुर्बानियां दी हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर श्री राहुल चाबा ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

ज़िला पुलिस प्रमुख श्री चहल ने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 को भारत-तिब्बत सीमा पर गश्त के दौरान चीनी सेना के हमले में पुलिस के 10 जवान शहीद हो गए थे। इसी घटना की याद में यह दिवस मनाया जाता है और इस दिन देशभर में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए जाते हैं।

श्री चहल ने शहीद पुलिस जवानों के परिवारों को आश्वस्त किया कि ज़िला प्रशासन उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि यदि परिवारों को किसी भी प्रकार की कठिनाई या समस्या हो, तो वे किसी भी समय संपर्क कर सकते हैं, उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने शहीद परिवारों की शिकायतें और परेशानियाँ भी सुनीं।

ज़िला पुलिस प्रमुख ने विभाग के अधिकारियों और जवानों से आह्वान किया कि वे शहीदों से प्रेरणा लेकर जनसेवा के प्रति और अधिक समर्पण के साथ अपनी ड्यूटी निभाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने आंतरिक सुरक्षा दायित्वों को पूरी निष्ठा से निभाती रहेगी और पंजाब पुलिस हर कठिन समय में शहीद परिवारों के साथ खड़ी है।

इस अवसर पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए डी.एस.पी. (एच) गुरप्रीत सिंह की अगुवाई में पुलिस दस्ते ने सलामी दी और दो मिनट का मौन भी रखा गया।

डी.एस.ਪੀ. (दिड़बा) रूपिंदर कौर बाजवा ने ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के शहीदों के नाम पढ़कर सुनाए।

इस मौके पर एस.पी. (डी) दविंदर अत्तरी, एस.पी. (पी.बी.आई.) नवरीत सिंह विरक, एस.पी. (एच) राजेश छिब्बर, डी.ए. (लीगल) हरदीप सिंह काहलों के अलावा शहीदों के परिजन, पुलिस अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।