अपने समृद्ध विरासत से जोड़ता है ‘तीयाँ’ का त्योहार – श्रीमती राजबीर कौर कलसी

‘तीयाँ’ के उल्लास के मौके पर शिव कुमार बटालवी ऑडिटोरियम का प्रांगण शगुनों के गीतों से गूंज उठा।                 प्रख्यात गायिका सरगी मान, गिद्दे की रानी कवलीन कौर

जिला लोक संपर्क अधिकारी कार्यालय, बटाला।                                                                         ‘तीयाँ’ के उल्लास के मौके पर शिव कुमार बटालवी ऑडिटोरियम का प्रांगण शगुनों के गीतों से गूंज उठा।                 प्रख्यात गायिका सरगी मान, गिद्दे की रानी कवलीन कौर भिंडर और चन्न कौर ने अपनी शानदार प्रस्तुति से माहौल को   मनमोहक बना दिया।                                                                                                         महिलाओं ने गिद्दा और लोकगीतों के माध्यम से अपने मनोभाव और खुशी का खुलकर इज़हार किया।

बटाला, 04 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Punjab Desk: श्रीमती राजबीर कौर कलसी, धर्मपत्नी पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक अमनशेर सिंह शेरी कलसी के प्रयासों से लगातार तीसरे वर्ष सावन के महीने में स्थानीय शिव कुमार बटालवी ऑडिटोरियम में ‘तीयाँ’ का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।

इस अवसर पर श्रीमती बलबीर कौर कलसी (माता जी विधायक शेरी कलसी), श्रीमती राजबीर कौर कलसी तथा सी.डी.पी.ओ. हरजीत कौर वालिया सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं। इस मौके पर प्रख्यात गायिका सरगी मान, गिद्दे की रानी कवलीन कौर भिंडर और चन्न कौर ने विशेष रूप से भाग लिया और अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को यादगार बना दिया।

‘तीयाँ’ की बधाई देते हुए एवं सभी के आगमन पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए श्रीमती राजबीर कौर कलसी ने कहा कि ऐसे आयोजन हमारी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने में अत्यंत सहायक होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सावन के महीने में ‘तीयाँ का त्योहार’ पंजाबी संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस त्योहार पर नवविवाहिता महिलाएं अपने मायके परिवार में जाकर पुरानी सहेलियों से मिलती हैं। महिलाएं और लड़कियां एकत्रित होकर आपसी सामाजिक भाईचारे को और मजबूत करती हैं।

श्रीमती राजबीर कौर कलसी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान द्वारा विरासत को संरक्षित और संजोने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं और प्राचीन खेलों को पुनः शुरू कर युवाओं को अपनी समृद्ध विरासत से परिचित करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें बेटियों और बेटों में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए और लड़कियों को भी बराबर के अवसर प्रदान करने चाहिए। आज हर क्षेत्र में लड़कियों ने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है तथा देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बनाई है।

श्रीमती राजबीर कौर कलसी ने आगे कहा कि हमें कभी भी अपनी जड़ों को भूलना नहीं चाहिए। बड़े बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए और आज ‘तीयाँ का त्योहार’ मनाकर हम अपनी समृद्ध संस्कृति को जीवित रखने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब की इस समृद्ध विरासत को संभालने के लिए हर पंजाबी महिला को आगे आना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को इस त्योहार के महत्व से अच्छी तरह अवगत कराया जा सके।

‘तीयाँ’ के अवसर पर रंग-बिरंगे पंजाबी परिधानों में सजी महिलाओं ने गिद्दा और लोकगीतों के माध्यम से अपने मनोभाव और खुशी का खुले दिल से इज़हार किया। महिलाओं सहित छोटे बच्चों की गिद्दा प्रस्तुति भी बेमिसाल थी। ‘तीयाँ’ की खुशियों के मौके पर शिव कुमार बटालवी ऑडिटोरियम का प्रांगण शगुनों के गीतों से गूंज उठा। इस अवसर पर महिलाओं ने समाज को एक सकारात्मक संदेश देने वाले विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम के अंत में श्रीमती राजबीर कौर कलसी द्वारा समागम में भाग लेने वाले सभी उपस्थित लोगों का सम्मान किया गया। इस मौके पर मालपुए, खीर और पकौड़े सभी ने खूब आनंद लिया।