17 March 2025: Fact Recorder
MS Dhoni: भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उनके शांत स्वभाव के लिए ‘कैप्टन कूल’ के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि ऐसे मूमेंट्स भी आए हैं, जब उन्होंने अपना पारा खो दिया।
भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उनका यह अंदाज फैंस को काफी भाता है और यही वजह है कि उन्हें ‘कैप्टन कूल’ के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि क्रिकेट के मैदान पर ऐसे भी मूमेंट देखे गए हैं, जब चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान को गुस्से में देखा गया है। धोनी ने अब आईपीएल में उस घटना के बारे में बताया है, जब उन्होंने अपना संयम खो दिया है। धोनी के मुताबिक उन्हें आज भी इस बात का अफसोस है। धोनी ने बताया कि 2019 में चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स मैच के दौरान अंपायर के फैसले को लेकर मैदान पर चले जाना उनकी बड़ी गलती थी।
उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, ‘यह आईपीएल के एक मैच में हुआ था, जब मैं मैदान पर चला गया था। यह एक बड़ी गलती थी। ऐसे कई मौके आए हैं, जब कुछ चीजें आपको भड़का देती हैं। हम एक ऐसे खेल में हैं, जहां आपसे हर मैच जीतने की उम्मीद की जाती है। आपको बहुत सी चीजें मैनेज करनी होती हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि जब आप थोड़े गुस्से में या निराश हों, तो अपना मुंह बंद रखें। गहरी सांस लेने की कोशिश करें क्योंकि यह दबाव को संभालने जैसा है। अगर आप खुद को नतीजे से अलग कर सकते हैं, तो इससे मदद मिलती है।’
क्या था पूरा मामला
मैच में सीएसके को जीतने के लिए आखिरी ओवर में 18 रनों की जरूरत थी। आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर धोनी भी आउट हो गए थे। यह ओवर डाल रहे बेन स्टोक्स ने चौथी गेंद फुल टॉस डाली और यही विवाद की वजह बनी। इस गेंद को ऑन-फील्ड अंपायर उल्लास गांधी ने नो-बॉल करार दिया। लेकिन स्क्वेयर लेग अंपायर ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड ने इस फैसले को पलट दिया। इससे सीएसके खेमे में हलचल मच गई और धोनी अपना आपा खो बैठे। धोनी इसके बाद फैसले को लेकर अंपायर से बहस करने लगे। बाद में उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया।