तरनतारन में सब इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या: सरपंच समेत 20 लोगों पर FIR, सरकार शहीद के परिवार को देगी 2 करोड़l

10/April/2025 Fact Recorder

मृतक एसआई चरणजी सिंह की फाइल फोटो।

पंजाब के जिला तरनतारन के गांव कोट मोहम्मद खान गांव में पंजाब पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। श्री गोइंदवाल साहिब थाना इलाके में दो पक्षों के बीच झगड़े की शिकायत मिलने पर वे पुलिस पार्टी के साथ पहुंचे थे। पुलिस का एक और मुलाजिमपुलिस ने सरपंच कुलदीप समेत 20 लोगों पर हत्या समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। एसससपी अभिमन्यु ने कहा कि सभी आरोपियों को राउंडअप कर लिया है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। वहीं, आरोपी फरार हैं। वहीं, सीएम भगवंत मान ने कहा कि सरकार पर दो करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। दूसरी तरफ विरोधी दल के नेता इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं।

शहीद की बहादुरी को सदा याद रखा जाएगा

सीएम मान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि तरनतारन जिले में अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह की बहादुरी को सलाम। उनकी असीम हिम्मत और सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को सदैव याद रखा जाएगा।

पंजाब सरकार 1 करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान करेगी व एचडीएफसी बैंक 1 करोड़ रुपए की अतिरिक्त बीमा राशि का भुगतान करेगा। हम अपने शहीदों और उनके परिवारों के साथ पूरी दृढ़ता से खड़े हैं। उनका बलिदान हम सभी को सम्मान और साहस के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा देता है।

ऐसे हुआ था यह विवाद

श्री गोइंदवाल साहिब थाने के अंतर्गत गांव कोट मोहम्मद खान में पिछले कुछ दिनों से दो पक्षों में विवाद चल रहा था। पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को समय दिया। बुधवार देर रात जब दोनों पक्षों में फिर से झड़प हुई तो पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई।

इस बीच श्री गोइंदवाल साहिब थाने के सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह पुलिस पार्टी के साथ गांव कोट मोहम्मद खान पहुंचे। दोनों पक्षों के बीच चल रहे विवाद को शांत करने की कोशिश करते समय कुछ लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी।

पुलिस जांच में जुटी

इस बीच, सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। जब पुलिस दल ने हमलावरों को ऐसा करने से रोकने की कोशिश की तो कुछ पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया। इस दौरान वह घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह को जब तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की तरफ से यह केस डीएसपी अतुल सोनी की शिकायत पर दर्ज किया है। वहीं, पता चला है है इंस्पेक्टर का बेटा विदेश में है। वह कल तरनतारन पहुंचेगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएग। देर रात इस घटना की जानकारी मिलने पर डीआईजी फिरोजपुर रेंज के एसएसपी हरमन बीर सिंह गिल भी मौके पर पहुंचे थे। वहीं, पुलिस द्वारा मामले की जांच में जुटी हुई है।

बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा शेयर की पोस्ट।

मजीठिया ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर उठाए सवाल

शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने पंजाब में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव कोट मोहम्मद खान के हलका खडूर साहिब में, पुलिस की मौजूदगी के बावजूद आम आदमी पार्टी के सरपंच ने एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) की हत्या कर दी।

मजीठिया ने सवाल किया, “सरपंच को पैसे कौन दे रहा था? क्या अब गार्डों को मार डालने की घटनाएं आम हो गई हैं?” उन्होंने कहा कि फिरौती, धमकियां और ग्रेनेड विस्फोट जैसी घटनाओं ने पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति को “जंगल राज” में बदल दिया है।

उन्होंने पंजाब में कानून व्यवस्था की विफलता के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि मुख्यमंत्री, जो गृह मंत्री भी हैं, दिल्ली में ड्यूटी पर व्यस्त हैं, जबकि राज्य में स्थिति बिगड़ती जा रही है।कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने इस मामले में उठाए सवाल।

हत्या करने का लाइसेंस किसने दिया कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इस मामले में कहा कि पुलिस सब-इंस्पेक्टर के शोक संतप्त परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना। यह अत्यंत निंदनीय कृत्य है, लेकिन इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन पर भी है। @आमआदमीपार्टी न केवल @AAPPunjab सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है, बल्कि ऐसा प्रतीत होता है कि उसने अपने कार्यकर्ताओं को “हत्या का लाइसेंस” प्रदान कर दिया है। पार्टी के एक ‘सरपंच’ ने पुलिस सब-इंस्पेक्टर को उसके सहकर्मियों के सामने ही मार डालने का दुस्साहस किया।