कार्यालय जिला जन संपर्क अधिकारी, फाजिल्का
फाजिल्का, 11 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Punjab Desk: पंजाब राज्य स्तरीय नरमा/कपास कीट निगरानी टीम ने जिले के अबोहर ब्लॉक के विभिन्न गांवों में नरमा (कपास) की फसलों का निरीक्षण किया। मुख्य कृषि अधिकारी राजिंदर कुमार कांबोज ने बताया कि सभी स्थानों पर रस चूसने वाले कीट (सफेद मक्खी और माहू/तेले) की संख्या नुकसान की सीमा से कम पाई गई।
इस टीम में चरनजीत सिंह (उप निदेशक, कॉटन, श्री मुक्तसर साहिब), यादविंदर सिंह (सहायक मंडीकरण अधिकारी, फरीदकोट) और अमन केशव (प्रोजेक्ट डायरेक्टर, आत्मा फरीदकोट) शामिल थे। मौके पर अबोहर के ब्लॉक कृषि अधिकारी शिशपाल गोदारा, कृषि विस्तार अधिकारी ग्यान चंद, कृषि विकास अधिकारी राजिंदर वर्मा और कृषि उपनिरीक्षक विपिन कुमार भी उपस्थित रहे।
किसानों के लिए सलाह व एडवाइजरी
👉 यदि सफेद मक्खी या माहू की संख्या नुकसान की सीमा से अधिक हो जाए, तो
फ्लोनिकामिड 50 WG @ 80 ग्राम/एकड़ या
डाइनोटेफ्युरान 20 SG @ 60 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करें।
👉 सफेद मक्खी के वयस्कों व निम्फ की अधिकता होने पर
5–7 दिन के अंतराल पर एफीडोपाइरोपेन @ 400 मिली/एकड़ या
पाइरीफ्लूक्विटज़ोन @ 200 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करें,
इसके बाद पाइरीप्रॉक्सीफेन @ 500 मिली/एकड़ को प्राथमिकता दें।
👉 गुलाबी सुंडी दिखाई देने पर
प्रोफेनोफॉस 50 EC @ 500 मिली/एकड़ या
इमामेक्टिन बेन्जोएट 5 SG @ 100 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करने की सलाह दी गई।
👉 टिंडों या पत्तों के गलन रोग तथा बारिश से गिरी फसल में
एमिस्टार टॉप @ 2 मिली/लीटर पानी का छिड़काव करें।
👉 भारी बारिश के बाद कुछ खेतों में पेरा विल्ट (मुरझान) के लक्षण पाए गए।
किसानों को सलाह दी गई कि शुरुआती अवस्था में प्रभावित पौधों पर कोबाल्ट क्लोराइड @ 10 मि.ग्रा./लीटर पानी का छिड़काव करें।
समग्र स्थिति
बाकी स्थानों पर कपास की फसल की स्थिति संतोषजनक पाई गई। किसानों को सलाह दी गई कि वे 13-0-45 का छिड़काव करें और कीटों के हमले की नियमित निगरानी करते रहें।