18 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Chandigarh Desk: एसआईटी ने 25 गवाहों के बयान दर्ज किए, सुसाइड नोट में नामित अधिकारियों को अब तक नहीं भेजा गया नोटिस हरियाणा एडीजीपी वाई. पूरण कुमार आत्महत्या मामले में गठित एसआईटी जांच तेजी से आगे बढ़ा रही है। अब तक एसआईटी कुल 25 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। इनमें ज्यादातर रोहतक पुलिस के कर्मचारी, मृतक के करीबी दोस्त, वकील और अन्य परिचित शामिल हैं।
हालांकि, आठ पेज के सुसाइड नोट में जिन 15 अधिकारियों का जिक्र था, उनमें से 11 पर गंभीर आरोप लगाए गए थे, लेकिन अब तक किसी को नोटिस जारी नहीं किया गया है और ना ही पूछताछ के लिए बुलाया गया है। एसआईटी अधिकारियों के अनुसार, इन नामित अधिकारियों को जल्द ही नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
गनमैन सुशील से जेल में पूछताछ
एसआईटी टीम मृतक एडीजीपी की तैनाती से जुड़े स्टाफ और केस से संबंधित अधिकारियों के बयान दर्ज करने के अलावा रोहतक जेल भी पहुंची, जहां उन्होंने पूरण कुमार के गनमैन सुशील से पूछताछ की। सुशील पर शराब कारोबारी प्रवीण बंसल से ₹2.5 लाख महीना रिश्वत मांगने का आरोप है। उसे 6 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था और 26 दिन रोहतक जेल में रहने के बाद अंबाला जेल शिफ्ट कर दिया गया।
एफआईआर से जुड़ी कड़ी की जांच
सुशील की गिरफ्तारी के अगले दिन, 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ सेक्टर-11 स्थित घर में पूरण कुमार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। एसआईटी अब यह जांच कर रही है कि क्या रोहतक में दर्ज एफआईआर और सुशील की गिरफ्तारी इस आत्महत्या की वजह बनी।
एसआईटी इस मामले की रोज़ नए एंगल से जांच कर रही है और जल्द ही सुसाइड नोट में नामित अधिकारियों से भी पूछताछ की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।













