सिरसा में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के आपसी झगड़े में एक महिला सहित चार से ज्यादा लोगों के घायल होने की संभावना है। दोनों पक्षों में एक महिला और एक व्यक्ति सहित चार लोगों को चोटें आई है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई है। पुलिस ने मामले में दोनो
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इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से बारागुडा थाना पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ऐसे मामलों में गंभीरता से काम लेती है और जांच कर असलियत सामने आएगी महिला ने शिकायत में यह कहा-वह घर पर अकेली थी पुलिस को दी शिकायत में एक महिला ने बताया कि वह सोमवार रात करीब 8 बजे अपने घर पर अकेली थी। उनके गांव से ही हैप्पी, बिट्टू उनके घर पर आए। उसके साथ बदतमीजी से पेश आने लगे। उन दोनों के पास तेजधार हथियार था और बिट्टू ने उसके मुंह पर थप्पड़ मारा। तभी निर्मल आ गया और तीनों ने उसके भाईयों को जान से मार देने की धमकी दी। दोनों ने उसके हाथ-कान पर चोट लगी। फिर वह हैप्पी व निर्मल दोनों उसके भाई को पीटने लगे। बिट्टू ने उसके भाई के सिर पर तेजधार हथियार से वार कर दिया और पालाराम ने उसके चाचा को हाथ पर चोट मारी। उसका बड़ा भाई ग्राउंड से खेलकर घर आ रहा था। तभी पाला, सुखमंदर, बलवंत, सुरजीत ने उसे गली में घेर लिया और मारपीट करने लगे। उसके भाई ने पड़ोस के व्यक्ति के घर पर जाकर अपनी जान बचाई। इसके बाद उसके चाचा ने उनको ओढा के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। जहां पर डॉक्टरों ने गंभीर हालते के चलते सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया। दूसरी शिकायत में सुखविद्र बोले –
पुलिस को दी शिकायत में लकड़वाली निवासी सुखविंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार रात करीब साढे आठ बजे उनके घर के सामने गली में साहिल पेशाब कर रहा था। इस पर चाची माया देवी ने टोक दिया और कहा कि घर के सामने पेशाब क्यों कर रहे हो। साहिल गाली-गलौज करने लगा और उसने अपने बड़े भाई को फोन कर दिया। कुछ देर बाद अजय अपने साथ सुरेश कुमार, गुरुसेवक सिंह, बंगारू नरेंद्र सिंह, सुखप्रीत सिंह व हरमेल सिंह आदि आए और आते ही गली में गाली-गलौज करने लगा। गेट खोला तो इन्होंने उसके हाथ पर चोट मारी। बलवंत, चरणजीत, माया उसे छुड़वाने लगे तो सभी ने हाथों में लिए डंडे व तेजधार हथियार से हाथों पर वार कर दिया और मारपीट की। जब शोर मचाया तो सुरजीत ने उनको सरकारी अस्पताल ओढा में पहुंचाया।