Hindi English Punjabi

Sirsa kashmir Pahalgam Terrorist Attack Statement Lieutenant General DP Vats Kashmir emerging Economy Affected Work Army free Hand Pakistan Army Business Organization Run ISI | पहलगाम टेरिस्ट अटैक पर जनरल डीपी वत्स बोले: आइएसआइ कश्मीर की इकोनॉमी खत्म करना चाहते, पाक सेना बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन, अधिकारियों पर लगे आरोप – Sirsa News

10

पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड डीपी वत्स।

कश्मीर में पहलगाम टेरिस्ट अटैक पर पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड डीपी वत्स ने चैनल के माध्यम से दिए बयान में कहा है कि मैं इसे आंतकवादियों की कामयाबी कहूंगा। क्यूंकि अटैक में ऐसा ही होता है कि उसका कितना असर हुआ। वो उस जगह आए, जहां

पाक सेना बनी बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन डीपी वत्स बोले कि एक देश को यह कहना चाहूंगा कि उबलने और खून खोलने की जरूरत नहीं है। ये घटनाएं इतनी जल्दी बंद नहीं होंगी। जब तब पाक सेना उनकी डेमोग्रेसी को डिरेल। जब तक आइएसआइ पाक सेना को चलाती रहेगी, तब तक ये उनके वजूद का सवाल है। अगर हिन्दूस्तान से पाकिस्तान के हालात सुधर जाए और लोगों का व्यापार खुल जाए, आना-जाना शुरू होगा तो सेना की अहमियत खत्म हो जाती है। पाक सेना एक बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन बना हुआ है। पाक सेना के जनरलों पर आरोप है कि करोड़ों-अरबों रुपए कमाकर विदेश में बस गए। जिन्होंने देश के दो टुकड़े भी करवा दिए और डेमोग्रेसी को डिरेल करके रखा है। दुश्मनी पाक सेना की रोजीरोटी है।

1971 में सरेंडर किया था पाक सेना ने डीपी वत्स बोले कि आंतकी उम्र नहीं देखता, यह देखता है कि इसकी मौत हो प्रभाव क्या होगा। यह एक चाल है, ताकि देश में बदमनी फैल जाए। हमने इस चाल का शिकार नहीं होना है। 1971 युद्ध में पाक सेना ने हमारे सामने सरेंडर भी किया है।

पहलगाम टेरिस्ट अटैक के आंतकवादियों के स्कैच जारी।

पहलगाम टेरिस्ट अटैक के आंतकवादियों के स्कैच जारी।

पाक सेनाध्यक्ष के दिए हिन्दू-मुस्लिम एक होने के बयान हंगामा डीपी वत्स बोले कि इसके बाद आज भी पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी आवाम के सामने सबसे कमजोर हल्फ में हैं। अभी उनके सेनाध्यक्ष सयैद मुनीर, उन्होंने कहा है कि हिन्दू-मुस्लिम कभी एक नहीं हो सकते। इस बयान पर पाकिस्तानी मीडिया में हंगामा मचा हुआ है। हमारे सामने पाकिस्तान एक फेल्ड देश बनने की ओर अग्रसर है। उनकी इक्नोमी की हालत बहुत ही खराब है। आइआइएमएसए से उनको नोटिस पे नोटिस मिलते जा रहे हैं, पैसा भी देना बंद कर दिया है। महंगाई बहुत ही ज्यादा है। पाकिस्तानी रुपए की कीमत हिन्दुस्तान के मुकाबले वन थर्ड है। हमारे 33 पैसे का उनका एक रुपया है।

पाकिस्तान के अंदरूनी हालात खराब डीपी वत्स बोले कि पाकिस्तान के अंदरूनी हालात बहुत ही खराब है। एक तरफ तालिबान पाकिस्तान तो दूसरी तरफ बैक्तून एजेंसी कैबर बैक्तूत खां, बलूत लिबरेशन आर्मी और सिंध देश की मांग उठी हुई है। ऐसे हालाल में पाकिस्तानी सेना को पाकिस्तान पर काबू पाने के लिए हिन्दूस्तान से पंगा लेना ही एक जरिया लगता है। हमने भी काउंटर अटैक किए हैं। जैसे सर्जिकल स्ट्राइक की। हमने इंटरनेशनल स्तर पर भी इनको निपटाया है।

पहलगाम टेरिस्ट अटैक के दौरान का माहौल।

पहलगाम टेरिस्ट अटैक के दौरान का माहौल।

हमारी लड़ाई वहां के लोकल लोगों से नहीं

डीपी वत्स बोले कि हमारी हुकुमत, सिक्योरिटी स्टेशबिलमेंट को यह समझना पड़ेगा कि हमारी लड़ाई वहां के लोकल लोगों से नहीं है, पाकिस्तानी आर्मी से हैं, विदेशी ताकत से हैं। उसका पुलिस मुकाबला नहीं कर सकती। उसका फौज ही मुकाबला करेगी। स्टेट पुलिस और फौज में तालमेल होना बहुत जरूरी है। उस तालमेल में फौज को ऊपर फुल हैंड होना चाहिए। अगर विदेशी सेना को काबू में रखना है तो यह स्टेशबिलमेंट को समझना पड़ेगा।

सेना को फ्री हैंड दें डीपी वत्स बोले कि आंतकियों ने यह साबित किया है कि जो बड़ी-बड़ी बात कर रहे हैं, हमने उनके टूरिज्म पर अटैक किया है। इसलिए सेना को फ्री हैंड दें। पाकिस्तान की इक्नोमी खराब है और युद्ध में इंफ्रास्क्चर का बहुत नुकसान होगा, वो खेत में भी लड़ी जा सकती है। इसलिए पाकिस्तान फुल फ्लैश वार नहीं करेगा। उसके लिए हालत बहुत ठीक होनी जरूरी है। हम एंटी काउंटर अटैक ही करना पड़ेगा। पाकिस्तान की हालत टूट रही है, हम उसको टूटने दें। हमारी जनसंख्या बहुत ज्यादा है। इसलिए देशवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा हमला दोबारा न हो जाए, इसके लिए सावधान रहने की जरूरत है।

अब पीओके वापस लेने की बारी डीपी वत्स बोले कि पीओके के लोग भी अब इंडिया में मिलना चाहते हैं। कश्मीर में आजादी व शांति देखते हैं वो सोचते हैं कि इंडिया वाले कश्मीर में मिले। अब कश्मीर ही नहीं पीओके को वापस लेने की बात करनी चाहिए। यहीं समय है। यह हमारा है। हमने पार्लियामेंट में भी पास किया हुआ है। वो ओकूपाइड है, हम उसको मिलाएंगे।