डायबिटीज़ के मरीज रखें उपवास या नहीं? जानें एक्सपर्ट की सलाह

16 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Health Desk: क्या डायबिटीज़ मरीजों के लिए फास्टिंग सुरक्षित है? जानिए एक्सपर्ट की राय                            उपवास यानी फास्टिंग को अक्सर हेल्थ डिटॉक्स और वजन कम करने का ज़रिया माना जाता है। लेकिन जब बात डायबिटीज़ के मरीजों की आती है, तो सवाल उठता है—क्या फास्टिंग उनके लिए फायदेमंद है या जोखिम भरा?

डायबिटीज़ में शुगर लेवल का उतार-चढ़ाव एक बड़ा जोखिम होता है। फास्टिंग के दौरान ब्लड शुगर लेवल बहुत तेज़ी से गिर सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) यानी खतरनाक लो ब्लड शुगर की स्थिति बन सकती है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, कंपकंपी, पसीना आना, घबराहट और बेहोशी तक शामिल हैं। इसलिए डायबिटीज़ मरीजों को फास्टिंग शुरू करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेना बेहद ज़रूरी है।

डायबिटीज़ में फास्टिंग: फायदे और जोखिम
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग में कार्यरत डॉ. पुनीत कुमार के मुताबिक, यदि सही तरीके से किया जाए तो फास्टिंग, विशेष रूप से इंटरमिटेंट फास्टिंग (जैसे 16:8 पैटर्न), टाइप-2 डायबिटीज़ के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रह सकता है।

हालांकि, सभी डायबिटिक मरीजों के लिए यह उपयुक्त नहीं है। जो मरीज इंसुलिन या शुगर-लोअरिंग दवाएं लेते हैं, उनके लिए उपवास खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इन दवाओं के साथ भूखे रहने पर शुगर लेवल बहुत तेजी से गिर सकता है।

फास्टिंग करने से पहले ध्यान रखने वाली बातें
डॉक्टर की सलाह लें – फास्टिंग शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से सलाह ज़रूर लें।

हाइड्रेटेड रहें – पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी और बिना शक्कर वाले तरल पीते रहें।

ब्लड शुगर की नियमित मॉनिटरिंग करें – हर कुछ घंटों में शुगर लेवल जांचें।

संतुलित और पोषक भोजन लें – फल, दही, ओट्स और सूप जैसी चीजें खाएं जो धीरे-धीरे पचती हैं और लंबे समय तक ऊर्जा देती हैं।

लक्षणों पर नजर रखें – अगर कमजोरी, तेज़ धड़कन, झुनझुनी या चक्कर महसूस हो तो तुरंत फास्ट तोड़ें और डॉक्टर से संपर्क करें।

किन डायबिटिक मरीजों को उपवास नहीं करना चाहिए?
जिनकी ब्लड शुगर अनकंट्रोल्ड है

जो इंसुलिन पर पूरी तरह निर्भर हैं

जिन्हें बार-बार हाइपोग्लाइसीमिया की शिकायत होती है

गर्भवती महिलाएं या बुजुर्ग डायबिटिक मरीज

निष्कर्ष:
फास्टिंग डायबिटीज़ के मरीजों के लिए पूरी तरह मना नहीं है, लेकिन इसे शुरू करने से पहले व्यक्तिगत मेडिकल कंडीशन, दवाओं और ब्लड शुगर लेवल को ध्यान में रखना जरूरी है। सही सलाह और निगरानी के साथ उपवास को अपनाया जा सकता है—लेकिन लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।