28/March/2025 Fact Recorder
- शनि ने 29 मार्च को अपने राशि चक्र को बदल दिया, शनि मीन राशी मी, मीन राशि में शनि, सभी राशि पर शनि के प्रभाव
2 घंटे पहले
शनिवार, 29 मार्च को चैत्र मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्य ग्रहण होगा और शनि का राशि परिवर्तन भी होगा। 29 तारीख को शनि मीन राशि में प्रवेश करेगा, इस कारण मीन राशि में एक साथ छह ग्रह हो जाएंगे।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, एक राशि में एक साथ छह ग्रह के योग को षष्टग्रही योग कहा जाता है। ज्योतिष के नजरिए से ये एक दुर्लभ घटना है, जब एक साथ एक राशि में छह ग्रह आए जाएंगे। 29 मार्च को मीन राशि में सूर्य, बुध, शुक्र, राहु, चंद्र और शनि रहेंगे। सिर्फ केतु, मंगल और गुरु ग्रह अन्य राशियों में रहेंगे। जब किसी एक राशि में 5-6 ग्रह हो तो इस स्थिति को अशुभ माना जाता है। इसलिए कुंडली में ग्रहों के अशुभ असरों को कम करने के लिए सभी नौ ग्रहों की विशेष पूजा करनी चाहिए और नौ ग्रहों से संबंधित चीजों का दान करना चाहिए।
नौ ग्रह की पूजा में ग्रहों के मंत्रों का जप करना चाहिए। मंत्र जप कम से कम 108 बार करेंगे तो बहुत शुभ रहेगा। मंत्र जप की संख्या का ध्यान रखने के लिए रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल करें।
नौ ग्रहों के नौ मंत्र |
सूर्य मंत्र – ओम सूर्य नामस। |
चंद्र मंत्र – ऊँ सोमाय नम:। |
मंगल मंत्र – ऊँ BHOUMAYA NAMAH। |
बुध मंत्र – ऊँ बुधया नामाह। |
गुरु मंत्र – ऊँ Brihaspatiya Namah। |
शुक्र मंत्र – ओम शुकराया नामाह। |
शनि मंत्र – ओम शनीसचारा नामास। |
राहु मंत्र – ओम राहेव नामाह। |
केतु मंत्र – ऊँ केतवे नम:। |
नौ ग्रहों के लिए दान करें अलग-अलग चीजें
सूर्य – गेहूं, गुड़, तांबे का सिक्का या बर्तन, लाल वस्त्र, लाल चंदन
चंद्र – चावल, दूध, सफेद वस्त्र, मोती, दही, चीनी, चांदी
मंगल – मसूर की दाल, गुड़, लाल वस्त्र, तांबे का बर्तन, मूंगा रत्न, अनार
बुध – हरी मूंग की दाल, हरा कपड़ा, इलाइची, पन्ना रत्न
गुरु – चने की दाल, हल्दी, पीले वस्त्र, सोना या पीतल, केसर, केले
शुक्र – सफेद वस्त्र, चावल, दूध और दूध से बनी चीजें, शक्कर, सुगंधित चीजें जैसे इत्र, चंदन, चांदी
शनि – काले तिल, उड़द, लोहे का सामान, काले वस्त्र, जूते-चप्पल, तेल, नीलम रत्न
राहु – काले तिल, सरसों का तेल, नारियल, राई, भोजन
केतु – कंबल, कुत्ते को खाना, सफेद और काले तिल, गोमूत्र, मूंगा
मकर राशि से उतरेगी और मेष राशि पर आएगी साढ़ेसाती
- नौ ग्रहों का न्यायाधीश शनि सबसे धीमा चलने वाला ग्रह है। ये एक राशि में करीब ढाई साल रुकता है। इसी वजह से कुछ राशियों पर शनि का सीधा असर लंबे समय तक बना रहता है। 29 मार्च को शनि राशि बदलकर कुंभ से मीन राशि में आ जाएगा।
- शनि के राशि बदलने से राशियों की साढ़ेसाती और ढय्या भी बदलेगी। मकर राशि से साढ़ेसाती उतरेगी और मेष राशि पर शुरू होगी। कुंभ और मीन राशि पर साढ़ेसाती चल ही रही है।
- कर्क और वृश्चिक राशि ढय्या उतर जाएगी। 29 मार्च के बाद सिंह और धनु राशि पर ढय्या शुरू हो जाएगी।
- 13 जुलाई को शनि वक्री हो जाएगा और 28 नवंबर को फिर से मार्गी हो जाएगा। 29 मार्च के बाद पूरे साल शनि मीन राशि में ही रहेगा।