16 दिसंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Business Desk: भारतीय रुपये पर दबाव लगातार बना हुआ है। मंगलवार को हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ अपने सर्वकालिक निचले स्तर 90.83 पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे कमजोर स्तर माना जा रहा है।
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत-अमेरिका ट्रेड डील से जुड़ी अनिश्चितताओं और वैश्विक आर्थिक दबावों के चलते रुपये पर नकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती और विदेशी निवेशकों की सतर्कता ने भी भारतीय मुद्रा को कमजोर किया है।
करेंसी मार्केट के जानकारों का कहना है कि वैश्विक संकेतों के साथ-साथ घरेलू आर्थिक कारकों पर निवेशकों की नजर बनी हुई है। आने वाले दिनों में रुपये की चाल काफी हद तक वैश्विक बाजार के रुख और नीतिगत फैसलों पर निर्भर करेगी।













