रोहतक में सीआईए 1 इंचार्ज कुलदीप सिंह पत्रकारों से बात करते हुए।
हरियाणा के रोहतक जिले में बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में पंचकर्म थैरेपिस्ट के पद पर कार्यरत जगदीप को चरखी दादरी के गांव पैंतावास में जिंदा दफना कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी राजकरण को गांव पैंतावास के पास चरखी दादरी से काबू किया। पुलि
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सीआईए 1 इंचार्ज कुलदीप ने बताया कि जगदीप का पहले जनता कॉलोनी स्थित किराए के मकान से अपहरण किया गया था। उसके बाद जगदीप को पैंतावास ले जाकर पहले से खोदे गए गड्ढे में जिंदा ही डाल कर दफन कर दिया। राजकरण ने ऐसा क्यों किया, जगदीप को क्यों मारा, क्या दीपा के साथ जगदीप के संबंध थे, यह सारी बातें रिमांड के दौरान राजकरण से उगलवाई जाएंगी।

जगदीप की हत्या का मुख्य आरोपी राजकरण पुलिस गिरफ्त में।
जनता कॉलोनी में शादीशुदा था राजकरण एसएचओ कुलदीप ने बताया कि आरोपी राजकरण की जनता कॉलोनी में दीपा से शादी हो रखी थी। दीपा की मां कमला ने मकान किराए पर दे रखा था, जिसमें जगदीप पिछले दो-तीन साल से किराए पर रहता था। राजकरण ने अपने साथियों के साथ मिलकर जगदीप का अपहरण कर उसे जिंदा क्यों दफनाया, यह राजकरण से पूछताछ में स्पष्ट होगा।
एक दिन पहले ट्यूबवैल के लिए खुदवाया था गड्ढा एसएचओ कुलदीप ने बताया कि आरोपी राजकरण ने एक दिन पहले 23 दिसंबर 2024 को धर्मपाल व एक अन्य युवक से ट्यूबवैल के लिए गड्ढा खुदवाया था। 24 दिसंबर को राजकरण अपने साथियों के साथ आया और जगदीप का अपहरण कर ले गया। गड्ढे में डालने वालों में गड्ढा खोदने वाला धर्मपाल भी शामिल था।

मृतक जगदीप का फाइल फोटो।
सूचना के आधार पर किया काबू एसएचओ कुलदीप ने बताया कि पुलिस की तीन टीम राजकरण को पकड़ने के लिए लगी हुई थी। राजकरण की पत्नी दीपा का प्रेम प्रसंग था या नहीं, यह तो रिमांड के दौरान ही पता चलेगा। पूछताछ के दौरान राजकरण ही मामले की पूरी गुत्थी को सुलझाएगा कि आखिर जगदीप को उसने क्यों मारा। हालांकि राजकरण ने अपने साथियों को कहा था कि जगदीप को सबक सिखाना है। कोर्ट में राजकरण को पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।