9/April/2025 Fact Recorder
खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह के साथ पपलप्रीत सिंह।
असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद पंजाब के खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह के एकमात्र सहयोगी पपलप्रीत पर लगाई गई एनएसए की अवधि समाप्त हो गई है। अब पपलप्रीत सिंह को भी जल्द पंजाब की जेल में लाया जाएगा। पंजाब सरकार ने अमृतपाल के साथ पपलप्रीत सिंह पर लगेl
इसकी अवधि समाप्त होने के अजनाला पुलिस की टीम पपलप्रीत सिंह को पंजाब लाने के लिए अमस के डिब्रूगढ़ रवाना हो गईं हैं। पपलप्रीत सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर पंजाब लाया जाएगा। फिलहाल वहां पर पहुंच कर पंजाब पुलिस को ट्रांजिट रिमांड लेने की तैयारियां करनी होंगी।
अजनाला कोर्ट में पेश कर लिया जाएगा रिमांड
पपलप्रीत सिंह को अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले के संबंध में दर्ज एफआईआर नंबर 39 के तहत गिरफ्तार किया जाएगा। डिब्रूगढ़ से पंजाब लाने के बाद पपलप्रीत सिंह को अजनाला कोर्ट में इसी केस में पेश किया जाएगा और रिमांड पर लिया जाएगा।
इससे पहले हाल ही में अमृतपाल समेत उनके कई साथियों को डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब लाया जा चुका है।पंजाब सरकार अमृतपाल सिंह और उसके 2 अन्य साथियों पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदर विक्की को पंजाब के अमृतसर लाकर 2023 में अजनाला थाने पर हुए हमले की जांच में शामिल कर सकती है।
20 मार्च को अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल से अमृतसर शिफ्ट किया गया।
अजनाला हिंसा क्यों हुई थी
15 फरवरी 2023 की रात अजनाला पहुंचे चमकौर साहिब निवासी बरिंदर सिंह को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया। इसके बाद जंडियाला गुरु के पास मोटर पर बरिंदर सिंह के साथ मारपीट की गई। वहां अमृतपाल भी मौजूद था। इसकी शिकायत युवक ने पुलिस को दी। पुलिस ने अमृतपाल और उसके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
इसी केस में पुलिस ने तूफान सिंह को गिरफ्तार किया था। इससे अमृतपाल भड़क गया और उसने अजनाला थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी देने की घोषणा की थी। तत्कालीन SP हरपाल सिंह रंधावा ने बताया था कि थाने पहुंचे हमलावर तलवार और बंदूकें साथ लाए थे। उनके पास श्री गुरुग्रंथ साहिब की पवित्र बीड़ भी थी। ऐसे में जवान पीछे हट गए थे।
