25 FEB 2025: FACT RECORDER
Virat Kohli success Behind Premanand Maharaj: भारत-पाक मैच में विराट कोहली की धुआंधार पारी ने टीम इंडिया को शानदार जीत दिलवाई । इसके पीछे संत प्रेमानंद महाराज का गुरुमंत्र भी बहुत काम आया। आप भी जान लें सफलता का गुरुमंत्र
चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए मैच में विराट कोहली ने अपनी धुरंधर पारी से पाक का सफाया कर दिया और टीम की सेमीफाइनल में एंट्री हो गई है। कोहली के शानदार शतक से मैच में चार चांद लग गए और उनके फैंस गदगद हो गए हैं। मैच से पहले ही संत प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें उन्होंने टीम इंडिया को जीत का गुरुमंत्र दिया था।
इससे पहले एक वीडियो और सामने आया था जिसमें कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा और बेटी के साथ प्रेमानंद महाराज के सत्संग में गए थे। वहां उन्होंने कहा था कि इस मंत्र को फॉलो करने वाले कोहली ने मैच में विराट शतक लगा ये साबित कर दिया कि प्रेमानंद ने जो कहा वो शत-प्रतिशत सत्य है। आइए आप भी जान लीजिए कि वो कौन सा मंत्र हैं जिसे आजमाकर आप भी सफलता की सीढ़ियां चढ़ सकते हैं।
प्रेमानंद महाराज का गुरु मंत्र आया टीम इंडिया के काम
लोगों में क्रिकेट को लेकर एक अलग ही दीवानगी है, लेकिन बात भारत-पाक मैच का लेवल और भी ज्यादा हाई हो जाता है। 23 फरवरी 2025 दिन रविवार को भारत-पाक का मैच हुआ जिसमें टीम इंडिया की जीत हुई। मैच से पहले ही देशवासी हवन और पूजा-पाठ कर रहे थे। इसी बीच संत प्रेमानंद ने जीत का एक गुरु मंत्र दिया जो टीम के काम आया और सफलता मिली।
क्या था वो गुरुमंत्र
हालांकि संत प्रेमानंद का गुरुमंत्र वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन आपने नहीं देखा है तो हम बता देते हैं कि वो क्या बोले? दरअसल किसी साधु ने प्रेमानंद से पूछा कि क्या हवन आदि करने से टीम इंडिया की जीत हो सकती है। इस पर संत ने हंसते हुए कहा कि ऐसा कहना और करना टीम का उपहास करने जैसा है। क्योंकि मैच में प्रार्थना और हवन नहीं अभ्यास काम आता है। जो जितना अभ्यास करेगा वो अपने काम में उतना ही निपुण होगा।
ये गुरु मंत्र आपके लिए भी काम का
संत प्रेमानंद ने उदाहरण देते हुए कहा था कि अगर किसी को बंदूक चलानी न आती हो और मंत्र पढ़ने से वो सोचे कि निशाना पक्का लग जाएगा तो ये संभव नहीं है। ये बात 100 प्रतिशत सत्य है, और हर किसी को सफलता पाने के लिए अभ्यास करना चाहिए। जो जितना अभ्यास करेगा वो अपने काम में उतना ही निपुण होगा।