18 सितंबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Chandigarh Desk: जीएमएसएच 16 में मेगा हेल्थ कैंप: गर्मी और खराब व्यवस्था से महिलाएं बेहाल जीएमएसएच 16 में बुधवार को आयोजित स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत मेगा हेल्थ कैंप में महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। कैंप ऑक्सीजन प्लांट के पीछे खुले एरिया में लगाया गया था, जहां 11 बजे के बाद चिलचिलाती धूप में खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा था।
गर्भवती और अन्य महिलाओं की समस्या:
गायनी ओपीडी में सेवाएं ठप होने के कारण गर्भवती महिलाएं और अन्य मरीज इलाज न मिलने पर कैंप में जाने को मजबूर हुईं। जिन महिलाओं को ऑपरेशन की तारीख दी गई थी, उनका ऑपरेशन नहीं हो सका। कई महिलाओं की हालत धूप में बार-बार चक्कर लगाने के दौरान बिगड़ गई। मरीजों ने कहा कि अगर व्यवस्था में बदलाव करना था तो इसकी सूचना पहले दी जानी चाहिए थी।
अधिकारियों की उपेक्षा:
कार्यक्रम में शामिल होने आए अधिकारी केवल कुछ मिनट कैंप क्षेत्र में रहे और फिर एसी सभागार में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम लाइव देखने चले गए। जबकि डॉक्टर और कर्मचारी धूप और उमस में कैंप की ड्यूटी निभाते रहे।
भीड़ और ट्रांसपोर्ट:
कैंप में भीड़ बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अन्य क्षेत्रों से महिलाओं को बसों में बुलाया और उन्हें वापस छोड़ने की व्यवस्था भी की।
स्वास्थ्य संदेश और असली हालात:
हेल्थ कैंप का उद्देश्य स्वस्थ रहने का संदेश देना था, लेकिन कैंप के पीछे पार्किंग एरिया में डेंगू और मलेरिया के संक्रमण का खतरा देखा गया। बारिश का पानी जमा होने और संक्रमित जगहों की वजह से सुरक्षा व स्वच्छता की स्थिति चिंता का विषय रही।
विशेष सुविधा:
टीबी मरीजों के लिए लगाए गए वैन में पोर्टेबल एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध थी। रेडियोग्राफर ने बताया कि इस मशीन से सड़क पर ही एक्स-रे लिया जा सकता है और एआई तकनीक से तुरंत मरीज में टीबी की पुष्टि की जा सकती है। मौके पर बलगम की भी जांच की गई।
कुल मिलाकर, मेगा हेल्थ कैंप की भव्यता के बीच महिलाओं और कर्मचारियों की सुरक्षा व सुविधा की गंभीर कमी सामने आई।













