बेंगलुरु 20 Oct 2025 Fact Recorder
National Desk : एक शख्स का दर्द भरा अनुभव सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उसने बताया कि अपनी आठ महीने की गर्भवती पत्नी को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसे सिर्फ 7 किलोमीटर की दूरी तय करने में करीब डेढ़ घंटे लग गए। रेडिट पर साझा किए गए इस पोस्ट में व्यक्ति ने इस स्थिति को “बेहद डरावना” बताया।
उसने लिखा, “मैं अपनी पत्नी को नियमित चेकअप के लिए ले जा रहा था, लेकिन ट्रैफिक जाम इतना भयानक था कि हर पल डर लग रहा था कि अगर अचानक इमरजेंसी आ जाए तो क्या होगा? अगर उसी वक्त उसे लेबर पेन शुरू हो जाता तो हम कुछ नहीं कर पाते।”

व्यक्ति ने आगे लिखा कि इस बेबसी की स्थिति में वह खुद को एक “बंद डिब्बे में फंसे हुए बैठे बत्तख” जैसा महसूस कर रहा था। “हम भारी रोड टैक्स देते हैं, लेकिन बेंगलुरु का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह चरमरा गया है। ऐसा लगता है यह शहर अब रहने लायक नहीं बचा। यह एक बुरा सपना है।”
पोस्ट वायरल होने के बाद लोगों ने दंपति को सलाह दी कि वे फिलहाल किसी दूसरे शहर में चले जाएं ताकि बच्चे का जन्म सुरक्षित माहौल में हो सके। एक यूज़र ने लिखा, “बेंगलुरु की सड़क व्यवस्था पूरी तरह असंगठित और खराब डिजाइन की मिसाल है – यह भारत की सबसे खराब ट्रैफिक प्लानिंग है।”













