Budget Session 2025 live News in Hindi: संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामा हो रहा है। विपक्ष अमेरिका से वापस भेजे गए भारतीय अप्रवासियों के मुद्दे पर सरकार से जवाब की मांग कर रहा है। इसके अलावा विपक्ष ने महाकुंभ हादसे का मुद्दा भी उठाया है। इसे लेकर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर संविधान निर्माताओं से प्रेरणा लेने की बात अपने अभिभाषण में कही थी। मैं आज बड़े संतोष के साथ कह सकता हूं कि हमारे संविधान निर्माताओं की जो भावना थी, उसी प्रेरणा लेते हुए हम आज आगे बढ़ रहे हैं। कुछ लोगों को लगता होगा कि यह समान नागरिकता संहिता (यूसीसी) क्या लाए हैं, लेकिन जो संविधान सभा की डिबेट पढ़ेंगे तो उनको पता चलेगा कि हम उनकी भावना को यहां लाने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ लोगों की राजनीति आड़े आती होगी, लेकिन हम संविधान निर्माताओं की इस भावना को जीते हैं, तब जाकर यह साहस कर पाते हैं और प्रतिबद्धता से साथ पूरा करने का प्रयास करते हैं।
जिनको कोई नहीं पूछता था, उनको मोदी पूजता है: प्रधानमत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसको मोदी पूजता है। गरीबों-वंचितों का कल्याण हमारी प्राथमिकता है। इस वर्ष के भी बजट में देखिए.. चमड़ा उद्योग, जूता उद्योग ऐसे छोटे-छोटे दायरे के उद्योगों को हमने स्पर्श किया है। इसका सबसे बड़ा लाभ गरीब और वंचित समुदाय के लोगों को मिलने वाला है। उदाहरण के तौर पर खिलौनों की बात करें तो समाज के इस वर्ग के लोग ही खिलौने बनाने के काम में लगे हुए हैं। हमने उस पर ध्यान केंद्रित किया है। बहुत सारे गरीब परिवारों को अनेक प्रकार से इसमें मदद दी गई है। पहले हम खिलौनों के आयात की आदत में फंसे हुए थे, आज हमारे खिलौने तीन गुना निर्यात हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमारे देश में एक बहुत बड़ा समुदाय है- मछुआरा समुदाय। इन मछुआरे साथियों के लिए हमने एक अलग मंत्रालय तो बनाया है, लेकिन जो लाभ किसान क्रेडिट कार्ड में किसानों को मिलता था, हमने वही सारे लाभ मछुआरे भाई-बहनों को भी दिया है। हमने उनके लिए एक मंत्रालय बनाया। इसके लिए हमने 40 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए। हमने मत्स्य पालन के क्षेत्र को बढ़ावा दिया है। इसका परिणाम यह है कि हमारा मछली उत्पादन दोगुना और निर्यात भी दोगुना हुआ है। जिसका सीधा लाभ हमारे मछुआरे भाई-बहनों को हुआ है।
एससी-एसटी समुदाय की आर्थिक उन्नति का बाबा साहेब ने पेश किया था रोडमैप: प्रधानमंत्री मोदी
राज्यसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, बाबा साहेब ने एससी-एसटी समुदाय की बुनियादी चुनौतियों को बहुत बारीकी से समझा था। बहुत गहराई से समझा था। खुद भुक्तभोगी थे, इसलिए दर्द भी था, पीड़ा भी थी और समाज का कल्याण करने का जज्बा भी था। बाबा साहेब ने एससी-एसटी समुदाय की आर्थिक उन्नति के लिए एक स्पष्ट रोडमैप देश के सामने पेश किया था। बाबा साहेब ने एक बहुत महत्व बात कही थी। मैं उनका वक्तव्य पढ़ना चाहता हूं। उन्होंने कहा था, भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन दलितों के लिए ये आजीविका का मुख्य साधन बन ही नहीं सकता। इसके कई कारण हैं। पहला- भूमि खरीदना उनके सामर्थ्य से बाहर है। दूसरा- अगर किसी के पास धन भी हो तो भी उनके लिए भूमि खरीदने का कोई अवसर नहीं है। बाबा साहब ने यह गहन विश्लेषण किया था।
….तो कांग्रेस की यह दुर्दशा नहीं होती: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी राजनीति का मूल मंत्र रहा है सबका साथ-सबका विकास। लेकिन कांग्रेस का मूल मंत्र रहा- दूसरों की लकीर छोटी करना। इसके कारण उन्होंने सरकारों अस्थिर किया। किसी भी राजनीतिक दल की सरकार कहीं बनी, तो उसे अस्थिर कर दिया। वह दूसरे की लकीर छोटी करने के काम में ही लगे रहे। यह जो दूसरों की लकीर छोटी करने का रास्ता उसने चुना है, वह भी लोकसभा चुनाव के बाद छोड़कर भाग रहे हैं। उनको पता चला कि ये हमें भी मार डालेंगे। यही उनकी नीतियों का परिणाम की है कि आज कांग्रेस का यह हाल हो गया है।
देश की सबसे पुरानी पार्टी, आजादी के आंदोलन से जुड़ी पार्टी, इतनी दुर्दशा हो गई। ये दूसरों की लकीर छोटी करने में अपनी शक्ति खत्म कर रहे हैं। अगर वह खुद की लकीर लंबी करती तो उसकी यह दुर्दशा नहीं होती। बिना मांगे सलाह दे रहा हूं कि आप अपनी लकीर लंबी करने में मेहनत कीजिए, तो देश की जनता आपको यहां आने का मौका देगी।
रंग बदलने में माहिर है कांग्रेस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
बाबा साहेब आंबेडकर से कांग्रेस को कितनी नफरत थी, उनके प्रति कितना गुस्सा था, किसी भी हालत में बाबा साहेब की हर बात से कांग्रेस चिढ़ जाती थी। इसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं। बाबा साहेब को पराजित करने के लिए क्या कुछ नहीं किया गया। बाबा साहेब को कभी भी भारत रत्न के योग्य नहीं समझा गया। इतना ही नहीं, इस देश के लोगों ने बाबा साहेब की भावना का आदर किया है, सर्वसमाज ने आदर किया है। तब आज मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़ रहा है। उनका मुंह सूख जाता है। ये कांग्रेस भी रंग बदलने में माहिर लग रही है। इतनी तेजी से नकाब बदल देते हैं, ये इसमें साफ-साफ नजर आ रहा है।
महिलाओं का योगदान नकारा नहीं जा सकता: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत की विकास यात्रा में नारी शक्ति के योगदान को कोई नकार नहीं सकता। लेकिन उनको अगर अवसर मिले और वह नीति-निर्धारण का हिस्सा बनें तो देश की प्रगति में और गति आ सकती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस सदन का पहला फैसला हुआ, हम देशवासी गर्व कर सकते हैं, यह नया सदन इस बात के लिए याद रखा जाएगा कि यह नया सदन सिर्फ उसे रंग-रूप के लिए नहीं, बल्कि उसका पहला निर्णय था- नारी शक्ति वंदन।
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