29 मई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
पंचकूला सामूहिक आ*त्महत्या मामला: कर्ज़ और दबाव ने ली सात जिंदगियां, बैंक अफसर भी शक के घेरे में
पंचकूला सेक्टर-27 में एक ही परिवार के सात सदस्यों द्वारा की गई आ*त्महत्या के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रवीन मित्तल ने अपने दो फ्लैट — एक पंचकूला के सेक्टर-19 और दूसरा बलटाना में — एक करोड़ रुपये के लोन के लिए बद्दी स्थित एक बैंक में गिरवी रखे थे। इन फ्लैट्स की बाजार कीमत करीब 70 लाख थी। कर्ज की किश्तें न चुकाने पर बैंक के अधिकारी प्रवीन पर दबाव बना रहे थे। यहां तक कि एक बैंक कर्मचारी उसके ससुराल, पिंजौर स्थित हिमशिखा कॉलोनी तक पहुंच गया था।
पुलिस इस बैंक अधिकारी को जांच में शामिल कर सकती है। इसके अलावा देहरादून में व्यापार में घाटे के बाद कई फाइनेंसरों ने भी प्रवीन पर पैसे वापस करने का दबाव बनाया, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गया था। कर्ज़दारों से बचने के लिए प्रवीन और उसका परिवार बार-बार ठिकाना बदलता रहा—कभी पिंजौर, कभी खरड़ और कभी पंचकूला में।
आर्थिक तंगी ने छीन ली ज़िंदगी
प्रवीन के ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपने दामाद को व्यापार के लिए पांच लाख रुपये दिए थे, लेकिन उनका कोई हिसाब नहीं मिला। मोहाली में रहने के दौरान वह हर महीने प्रवीन को 12 हजार रुपये किराया भी देते थे। घाटे के चलते प्रवीन सपरिवार सकेतड़ी के दो कमरों के छोटे मकान में रहने चला गया, पर वहां भी 25 दिन से ज्यादा नहीं टिक सका।
कैसे हुई मौ*त?
डॉक्टरों के अनुसार, प्रवीन के परिवार ने तरल ज़हर का सेवन किया था, जो 15-20 मिनट में असर करता है और आधे से एक घंटे के भीतर मौ*त हो जाती है। यह ज़हर उन्हें शाम 7 बजे के बाद दिया गया।
26 मई की रात खत्म हुआ पूरा परिवार
घटना 26 मई की रात की है, जब प्रवीन मित्तल (42), पत्नी रीना (38), पिता देशराज (72), मां विमला (71), बेटा हार्दिक (14) और जुड़वां बेटियां ध्रुविका व डलिशा (11) ने ज़हर खाकर जान दे दी।
सुसाइड नोट में लिखा अंतिम संस्कार का ज़िम्मेदार
परिवार के रिश्तेदार अंकित ने बताया कि पुलिस ने उन्हें सूचित किया कि प्रवीन ने सुसाइड नोट में लिखा है कि अंतिम संस्कार उसकी बुआ के बेटे संदीप अग्रवाल द्वारा किया जाए।
पुलिस जुटी फाइनेंसरों की तलाश में
डीसीपी (क्राइम) अमित दहिया ने बताया कि प्रवीन के मोबाइल की जांच की जा रही है। फाइनेंसरों के नंबर ट्रेस किए जा रहे हैं और जिन लोगों से उसकी बातचीत हुई थी, उनसे पूछताछ की जाएगी।
यह मामला परिवारिक, आर्थिक और मानसिक संकटों का गहरा और दुखद उदाहरण बन गया है, जिसकी जांच कई दिशाओं में
