जजपा कार्यवाहक अध्यक्ष ओपी सिहाग व सड़क पर पड़ा कचरा।
पंचकूला जिले में जननायक जनता पार्टी के जिला कार्यवाहक अध्यक्ष ओपी सिहाग ने शहर की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने अपने कार्यकाल में सात सरोकार नाम से एक महत्वपूर्ण अभियान शुरू किया
।
अवैध कब्जे और आवारा पशुओं की समस्या
साथ ही अवैध कब्जे हटाने और आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाना भी शामिल था। सिहाग के अनुसार गुप्ता इस मुहिम को लेकर बेहद गंभीर थे]लेकिन तत्कालीन अफसरशाही और नगर निगम महापौर की उदासीनता के कारण यह अभियान सफल नहीं हो सका। विधानसभा चुनाव में गुप्ता की हार के बाद यह मुहिम पूरी तरह ठप हो गई।

पंचकूला में कचरे में मुंह मारते हुए बेसहारा गोवंश।
मेयर ने भी साधी चुप्पी
सिहाग ने कहा कि जो अधिकारी पहले बैठकों में सात सरोकार को पूरा करने की कसमें खाते थे, उन्होंने अब आंखें मूंद ली हैं। महापौर, जो कभी पूर्व विधायक के साथ छाया की तरह रहते थे, अब इस विषय पर चुप्पी साध ली है। वर्तमान में पंचकूला की स्थिति चिंताजनक है। शहर के मुख्य मार्गों पर गंदगी फैली है। कांग्रेस घास और भांग के पौधे उग आए हैं, हर जगह पॉलिथीन के लिफाफे बिखरे पड़े हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अफसरशाही ने सात सरोकार मुहिम को घग्घर नदी में बहा दिया है।
कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
शहर में जगह जगह गंदगी के ढेर के ढेर पड़े हुए हैं, जहां आवारा पशुओं एवं आवारा कुत्तों के झुंड मुंह मारते दिखाई देते हैं। नशा रोकने की मुहिम ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पा रही है ,कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहा है, शहर तथा मार्केट्स में लगातार अवैध कब्जे बढ़ रहे हैं एवं प्रदुषण रोकने बारे लिए जा रहे कदम नाकाफी पड़ रहे हैं।
जजपा नेता सिहाग ने कहा कि हम सबको मिलकर उन दफन पड़े सात सरोकारों को दोबारा जिंदा करके नए सिरे से मुहिम चलाने का संकल्प लेना होगा, क्योंकि वो वास्तव में पंचकूला के हर नागरिक का सपना है।
