21 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Health Desk: उत्तराखंड में बर्ड फ्लू (H5N1) का प्रकोप, विशेषज्ञ बोले– कोविड से भी अधिक घातक साबित हो सकता है उत्तराखंड में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1 वायरस) के प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। राज्य के उधम सिंह नगर और बागेश्वर जिलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में किए गए परीक्षण में अत्यधिक संक्रामक H5N1 वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई। संक्रमित पोल्ट्री फार्मों में हजारों मुर्गियों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों को अलर्ट जोन घोषित कर दिया है।
एक किलोमीटर क्षेत्र सील, सख्त निगरानी स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित पोल्ट्री फार्मों के एक किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया है। अन्य फार्मों से भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। अधिकारियों ने साफ-सफाई, हाथों को बार-बार धोने और सैनिटाइजेशन जैसे कोविड जैसी सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।
इंसानों के लिए भी खतरे की आशंका विशेषज्ञों का कहना है कि H5N1 अब केवल पक्षियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि गायों, इंसानों और यहां तक कि चूहों में भी इसके संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। फरवरी 2025 में आई एक रिपोर्ट में पहली बार चूहों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई थी। शोधकर्ताओं का मानना है कि वायरस नए म्यूटेशन के कारण इंसानों के लिए भी बड़ा खतरा बन सकता है।
“कोविड से 100 गुना अधिक संक्रामक” पक्षी फ्लू विशेषज्ञ डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी के अनुसार, H5N1 कोविड-19 से कहीं अधिक संक्रामक हो सकता है और इसकी मृत्युदर भी काफी ऊंची है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि इंसानों में इस संक्रमण के मामले दुर्लभ तो हैं, लेकिन यदि संक्रमण फैलता है तो मृत्यु दर 50% से भी अधिक हो सकती है।
दुनिया भर में बढ़ रहा प्रकोप हाल के महीनों में कंबोडिया, अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों में बर्ड फ्लू का प्रकोप देखा गया है। भारत में भी इस साल फरवरी में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर मुर्गियों की मौत के बाद H5N1 की पुष्टि हुई थी।
अभी तक नहीं है कोई वैक्सीन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस खतरनाक संक्रमण से बचाव के लिए फिलहाल कोई मान्यता प्राप्त वैक्सीन या लक्षित इलाज उपलब्ध नहीं है। इसके लक्षण सामान्य बुखार और सांस लेने में कठिनाई से लेकर कई अंगों के फेलियर तक हो सकते हैं।
प्रशासन का अलर्ट उत्तराखंड प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क से बचने की अपील की है। साथ ही पोल्ट्री फार्म संचालकों को साफ-सफाई और बायो-सिक्योरिटी नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
👉 यह लेख चिकित्सकों की सलाह और आधिकारिक स्वास्थ्य रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है।