ऑपरेशन सिंदूर: IAF ने पाक चीनी वायु रक्षा सिस्टम जाम कर मिनटों में मिशन पूरा किया

15 मई, 2025 Fact Recorder

ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने सैन्य और तकनीकी श्रेष्ठता का शानदार प्रदर्शन किया

भारत ने चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष में न केवल हवाई हमलों से बल्कि साइबर हमलों का भी बेहतरीन जवाब दिया। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी ड्रोन नष्ट किए और साइबर योद्धाओं ने अफवाहों और फर्जी खबरों को बेनकाब किया। यह अभियान भारत की सैन्य ताकत और तकनीकी क्षमताओं का एक मजबूत उदाहरण साबित हुआ।

ऑपरेशन सिंदूर के प्रमुख तथ्य

  • भारत ने नियंत्रण रेखा या अंतरराष्ट्रीय सीमा पार किए बिना पाकिस्तान में आतंकवादियों के कई ठिकानों को निशाना बनाया।

  • इस मिशन में पाकिस्तानी आतंकवादियों के अड्डों को 23 मिनट के भीतर तबाह किया गया।

  • भारतीय वायु सेना ने चीन से प्राप्त पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणालियों को जाम कर मिशन को सफल बनाया।

  • आत्मघाती ड्रोन (कामिकेज ड्रोन) और घूमने वाले हथियारों का इस्तेमाल कर दुश्मन के आधुनिक रडार और मिसाइल सिस्टम को नष्ट किया गया।

वायु रक्षा प्रणाली की कामयाबी

  • 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने चीन और तुर्की से प्राप्त हथियारों से भारत के कई ठिकानों पर हमला किया।

  • भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने हर हमले को नाकाम कर दिया, जिसमें चीनी पीएल-15 मिसाइल, तुर्की के यूएवी ड्रोन और लंबी दूरी के रॉकेट शामिल थे।

  • 8 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस रडार सिस्टम को भी निशाना बनाया और लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया।

समन्वय और तकनीकी सहयोग

  • वायु सेना की एकीकृत वायु कमान व नियंत्रण प्रणाली (आईएसीसीएस) ने सेना, नौसेना और वायु सेना के संसाधनों को जोड़कर बेहतरीन तालमेल दिखाया।

  • इसरो ने ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, 10 से अधिक उपग्रह चौबीसों घंटे निगरानी करते रहे।

साइबर सुरक्षा और सूचना युद्ध

  • ऑपरेशन के दौरान भारतीय वेबसाइटों पर हुए पाकिस्तानी साइबर हमलों को सफलतापूर्वक रोका गया।

  • फर्जी सूचनाओं और भड़काऊ संदेशों को भी साइबर योद्धाओं ने बेनकाब किया।

  • पाकिस्तानी हैकर्स ने कई बार सेना के स्कूलों और संस्थानों की वेबसाइटें हैक कीं, लेकिन भारत ने हर हमले का जवाब दिया।

समापन

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने अपनी सैन्य शक्ति और तकनीकी श्रेष्ठता के जरिए स्पष्ट संदेश दिया कि वह न केवल सीमा पर बल्कि साइबर और तकनीकी क्षेत्र में भी सक्षम है। इस अभियान ने भारत की सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत किया है और आतंकवाद व बाहरी खतरों के खिलाफ उसकी दृढ़ता को साबित किया है।