25 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Himachal Desk: श्रावण अष्टमी मेलों का शुभारंभ: हिमाचल के शक्तिपीठों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, सजे मंदिर, चाक-चौबंद सुरक्षा हिमाचल प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों में श्रावण अष्टमी के अवसर पर धार्मिक मेलों का शुभारंभ शुक्रवार को धूमधाम से हुआ। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी, वहीं प्रशासन द्वारा सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम किए गए।
ज्वालामुखी मंदिर में रंग-बिरंगी रोशनी और विशेष पूजा से हुआ आगाज़
शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में शुक्रवार सुबह 5 बजे कपाट खोलने के साथ ही श्रावण अष्टमी मेलों की शुरुआत विधिवत पूजा-अर्चना और विशेष भोग अर्पण के साथ हुई। मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है, जिससे उसका दृश्य मनमोहक बना हुआ है। हालांकि सुबह के समय श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन दिन चढ़ते ही मंदिर परिसर में भीड़ बढ़ने लगी।
मंदिर अधिकारी मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। धारा 144 लागू होने के कारण मंदिर में नारियल, ढोल-नगाड़े और किसी भी प्रकार के हथियार ले जाने पर प्रतिबंध है। सुरक्षा के लिहाज़ से 100 होमगार्ड और 75 अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मंदिर में मेडिकल कैंप और लंगर व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलाई जा रही है।
माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में नवरात्र मेले का शुभारंभ
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी मंदिर में भी श्रावण अष्टमी के मौके पर मेलों की शुरुआत सुबह विशेष पूजा और हवन के साथ की गई। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटों से सजाकर दुल्हन की तरह सुसज्जित किया गया है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर भी मंदिर पहुंचीं और मां चिंतपूर्णी के चरणों में शीश नवाया। मंदिर प्रशासन ने उन्हें माता रानी की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया। एसडीएम अंब सचिन शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
श्री नयना देवी मंदिर में हजारों श्रद्धालु पहुंचे
शक्तिपीठ श्री नयना देवी मंदिर में भी श्रावण अष्टमी मेले की शुरुआत श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के साथ हुई। पहले ही दिन हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचे। प्रशासन ने मंदिर क्षेत्र को 18 सेक्टरों में बांटकर सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की व्यवस्था की है। सुरक्षा के लिए 800 पुलिस व होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुओं के लिए कई स्थानों पर लंगर सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
श्रावण अष्टमी मेलों का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
श्रावण मास शिव भक्तों के लिए विशेष होता है, वहीं अष्टमी तिथि मां दुर्गा की पूजा क