हरियाणा के नूंह जिले के एक स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो शेयर करने के आरोपी हवलदार को अदालत ने 8 साल कैद की सजा सुनाई है। उसके उपर 13 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह राशि अदा नहीं करने पर 4 महीने की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। दो
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स्कूल के पेरेंट्स के लिए बनाया गया था व्हाट्सएप ग्रुप
2022 में जिले के एक स्कूल के पेरेंट्स के लिए बनाए व्हाट्स एप ग्रुप में जुड़े हरियाणा पुलिस के हवलदार आशिक अली ने ग्रुप में अश्लील फोटो भेज दी। आशिक अली के बच्चे इस स्कूल में पढ़ते थे, इस कारण वह पेरेंट्स ग्रुप में जुड़ा था। इसी दिन आरोपी ने ऑनलाइन क्लास में जुड़ने की रिक्वेस्ट भेजी तो क्लास टीचर ने आरोपी के बच्चे की रिक्वेस्ट समझकर उसे क्लास में जोड़ लिया। क्लास से जुड़ते ही आरोपित नग्न अवस्था में अश्लील हरकते करने लगा। उस समय क्लास के सभी बच्चों ने आरोपी की अश्लील हरकत देखी और अपने पेरेंट्स को इसकी सूचना दी।
दूसरे बच्चों के पेरेंट्स पता चला तो हुआ हंगामा
पूरा वाक्या जब दूसरे बच्चों के पेरेंट्स को पता चला तो हंगामा हो गया। मामला पहले स्कूल प्रबंधन और बाद में पुलिस तक पहुंचा। पेरेंट्स के रोष और नाराजगी के कारण स्कूल प्रबंधन की ओर से 29 जनवरी 2022 को नूंह के महिला पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई गई। पूरे मामले की सुनवाई अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरू कंबोज की अदालत में हुई। अदालत ने आरोपी हवलदार को पॉक्सो और आईटी एक्ट की धाराओं में दोषी मानते हुए क्रमशः 3 व 5 साल की सजा सुनाई। अदालत ने कहा कि दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी। साथ ही दोषी पर 13 हजार रुपये का जुर्माना भी निर्धारित किया। दोषी हवलदार आशिक अली पर्वतारोही है। इसके साथ ही वह गोल्ड मेडलिस्ट भी है।