07 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Hihmachal Desk: मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद जिला प्रशासन, सेना, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बचाव दल सोमवार को भी बचाव एवं राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। रविवार सुबह हल्की बारिश के बाद मौसम साफ हुआ, जिससे तीन दिन बाद सेना का हेलिकॉप्टर जंजैहली में उतरने में सफल रहा। भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने खनुखली हेलीपैड तक 90 राशन किट, 75 कंबल, कपड़ों की तीन पेटियां, आवश्यक दवाइयां और अन्य जरूरी सामग्री पहुंचाई।
जंजैहली में एक निजी होटल में फंसे 63 पर्यटकों और चालक दल को सुरक्षित निकाल कर करसोग भेज दिया गया। अब तक सराज, नाचन और करसोग क्षेत्रों में 45 से अधिक लोग लापता हैं, जबकि सराज में 11 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। प्रभावित क्षेत्रों से नौ गर्भवती महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों में सुरक्षित स्थानांतरित किया गया है। एक गर्भवती महिला को जंजैहली से करसोग होते हुए आईजीएमसी शिमला भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग की 24 मोबाइल मेडिकल टीमें प्रभावित गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं और संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाइयां वितरित की जा रही हैं।
मंडी जिले में अब तक करीब 100 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। जिले में दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कुल 202 सड़कें बाधित हैं। बिजली बोर्ड के 236 ट्रांसफार्मर बंद हैं और 278 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। शनिवार से सड़कों को थुनाग तक बहाल किया गया है, जिससे प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में सक्षम हुआ है। सड़कें खुलने के बाद सेना और एनडीआरएफ ने सर्च अभियान तेज कर दिया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य जांच और मेडिकल सहायता जारी रखे हुए हैं। आवश्यक दवाइयों का भंडारण और मेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
सुझानपुर थाना क्षेत्र के तहत व्यास नदी के बाजार इलाके में एक किशोरी का शव बरामद हुआ है। शव की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से शव नदी से बाहर निकाला है और मामले की जांच जारी है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य के कई इलाकों में 7 से 10 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। कुछ स्थानों पर 13 जुलाई तक बारिश जारी रहने की संभावना है।
प्राकृतिक आपदा के बाद पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बहाल करने के लिए मंडी जिले में जल शक्ति विभाग के कर्मचारी सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक लगातार काम कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल आपूर्ति बहाल करने के काम की रोजाना समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में 278 पेयजल योजनाएं बाधित हैं, जिनमें से अधिकांश सुंदरनगर उपमंडल की हैं। राहत शिविरों में स्वच्छ पेयजल प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि प्रभावित लोगों को जल संकट से राहत मिल सके।