मानसून ने फिर पकड़ी रफ्तार, शिमला में हुई तेज बारिश; भूस्खलन से राज्य में 199 सड़कें बंद

28 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Himachal Desk: प्रदेश में मानसून ने फिर तेज रफ्तार पकड़ ली है। सोमवार सुबह से राजधानी शिमला सहित कई इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। बीती रात शाहपुर में 157.5 मिमी, कांगड़ा में 140.4 मिमी, पालमपुर 71.4 मिमी, धर्मशाला 53.3 मिमी, जोगिंद्रनगर 46 मिमी, सराहन 30 मिमी, बीबीएमबी 27.2 मिमी, मंडी 24.8 मिमी, गुलेर 23.2 मिमी, नयना देवी 22.6 मिमी, नगरोटा सूरियां 19.8 मिमी, ओलिंडा 18.2 मिमी और धौलाकुआं में 17.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।

आपदा के बाद से राज्य में भूस्खलन के कारण सोमवार सुबह 10 बजे तक कुल 199 सड़क मार्ग बाधित हैं। साथ ही 57 बिजली ट्रांसफार्मर और 97 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक 130 सड़कें और 38 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं।

इस मानसून सीजन में 20 जून से 27 जुलाई तक प्रदेश में 161 लोगों की जान गई है, जबकि 263 लोग घायल और 34 अभी भी लापता हैं। सड़क हादसों में 59 लोगों की मौत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ से अब तक 1,613 कच्चे-पक्के घर और दुकानों को नुकसान पहुंचा है, साथ ही 1,165 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। 1,402 पालतू पशुओं की भी मौत हुई है। कुल आर्थिक नुकसान 1506.85 करोड़ रुपये के करीब पहुंच चुका है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 28 से 30 जुलाई के बीच प्रदेश में बारिश की गतिविधि तेज रहेगी, जिसमें 29 जुलाई को अधिकतम तीव्रता देखने को मिलेगी। 28 से 30 जुलाई तक अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। 31 जुलाई से 3 अगस्त तक भी कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है।

29 जुलाई को कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा 28 से 31 जुलाई के बीच कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। 28, 30 जुलाई से 3 अगस्त तक कई जगहों पर भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट भी जारी है। अगले 48 घंटों में तापमान में 2 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।