17 मई, 2025 Fact Recorder
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) को आगे बढ़ाने के लिए शनिवार से वाशिंगटन में मंत्री स्तरीय वार्ता शुरू हो गई है। इस सिलसिले में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे हैं। वे अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीयर से मुलाकात कर महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
इस बातचीत का उद्देश्य दोनों देशों के मुख्य वार्ताकारों को राजनीतिक दिशा देना और बीते दो महीनों में हुई प्रगति की समीक्षा करना है। 19 से 22 मई तक विस्तृत चर्चा के दौरान ऑटो, वाइन, डेयरी और सेब जैसे उत्पादों से जुड़े व्यापारिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
सितंबर-अक्टूबर तक समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल, दोनों पक्ष एक अंतरिम व्यापार व्यवस्था पर भी विचार कर रहे हैं। बातचीत में बाजार तक पहुंच, गैर-टैरिफ बाधाएं और नियमों की उत्पत्ति जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में शुल्क रियायतों पर जोर, 90 दिनों के टैरिफ विराम का दोनों देश उठा रहे लाभ
भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता में शुल्क रियायतें प्रमुख मुद्दा बनी हुई हैं। अमेरिका, भारत से ऑटोमोबाइल (खासतौर पर इलेक्ट्रिक वाहन), वाइन, डेयरी और सेब जैसे कृषि उत्पादों पर छूट चाहता है। दूसरी ओर, भारत अमेरिका से कपड़ा, रत्न-आभूषण, चमड़ा उत्पाद, केमिकल, झींगा मछली और केले जैसे श्रम-प्रधान उत्पादों पर शुल्क में राहत की मांग कर रहा है।
इसके साथ ही भारत की ओर से अमेरिकी स्टील और एल्युमिनियम पर लगाए गए टैरिफ के जवाब में कुछ अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने का प्रस्ताव भी चर्चा में है। अमेरिका ने 9 जुलाई तक भारत पर 26% अतिरिक्त शुल्क निलंबित कर दिया है, हालांकि 10% का मूल शुल्क अब भी लागू है।
दोनों देश वर्तमान में लागू 90 दिनों के टैरिफ विराम का लाभ उठाकर समझौते की दिशा में तेज़ी लाने का प्रयास कर रहे हैं। इस कड़ी में भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल और अमेरिकी सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के बीच पिछले महीने वाशिंगटन में तीन दिवसीय वार्ता हुई थी। मार्च में मंत्री पीयूष गोयल ने भी अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें की थीं।












