बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए लगाए जा रहे मेडिकल कैंप – सिविल सर्जन

जिले में गंभीर बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह और डिप्टी कमिश्नर श्री राहुल (IAS) के आदेशों के तहत सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राय

बरसाती मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए किया जा रहा जागरूक

तरण तारण, 04 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Health  Desk:  जिले में गंभीर बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह और डिप्टी कमिश्नर श्री राहुल (IAS) के आदेशों के तहत सिविल सर्जन डॉ. गुरप्रीत सिंह राय और कार्यकारी सिविल सर्जन डॉ. सतविंदर भगत की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगा रहा है और प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी कमिश्नर के निर्देशों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष मेडिकल कैंपों के माध्यम से सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

कार्यकारी सिविल सर्जन डॉ. सतविंदर भगत ने बताया कि जिले का बड़ा हिस्सा बाढ़ से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने 14 सरकारी एंबुलेंस, 10 निजी (इमरजेंसी) एंबुलेंस, 08 मोबाइल टीमें, 07 रैपिड रिस्पॉन्स टीमें, 14 मेडिकल कैंप टीमें और 21 राहत कैंप टीमें तैनात की हैं, जो 24 घंटे प्रभावित क्षेत्रों में सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। भोजन पकाने और खाने के लिए साफ पानी का उपयोग सुनिश्चित किया जाए ताकि पानी के जमाव से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके।

उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य संस्थानों में दवाइयों की कोई कमी नहीं है और अतिरिक्त स्टॉक का प्रबंध पहले से कर लिया गया है। बाढ़ के दौरान सांप के काटने और अन्य जहरीले जीव-जंतुओं से होने वाली समस्याओं के लिए एंटी-स्नेक वेनम और एंटी-रेबीज इंजेक्शन भी उपलब्ध हैं।

जिला नोडल अधिकारी डॉ. सुरिंदर कुमार और जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट-नोडल अधिकारी डॉ. राघव गुप्ता ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित ब्लॉकों के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं और आपातकालीन सेवाओं के लिए अग्रिम प्रबंध भी कर लिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को बुखार, दस्त, उल्टियां जैसी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं तो वह नजदीकी मेडिकल कैंप या सरकारी अस्पताल में जाकर अपना इलाज करवाए।