INDIA गठबंधन पर मनीष तिवारी का बयान: 2029 से पहले जरूरी है गठबंधन का पुनरुद्धार, केजरीवाल को लेकर दी बड़ी प्रतिक्रिया

14 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Chandigarh Desk: INDIA गठबंधन को 2029 से पहले फिर से सक्रिय करना जरूरी: मनीष तिवारी | केजरीवाल और अहमदाबाद विमान हादसे पर भी दी प्रतिक्रिया

चंडीगढ़: सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने अमर उजाला से खास बातचीत में INDIA गठबंधन, विदेश दौरे, और अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर महत्वपूर्ण विचार साझा किए।

गठबंधन की दिशा पर बोले मनीष तिवारी
मनीष तिवारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि INDIA गठबंधन को 2029 से पहले दोबारा सक्रिय करना बेहद जरूरी है, क्योंकि 2025 से 2029 के बीच कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिनमें गठबंधन की पार्टियां आमने-सामने होंगी। उन्होंने माना कि 2024 के चुनावों में कुछ कमियां रह गईं, जिन्हें समय रहते दूर किया जाता तो नतीजे और बेहतर हो सकते थे।

उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस नेतृत्व INDIA गठबंधन को लेकर नकारात्मक नहीं है और संभावना है कि अगले 2-3 दिनों में गठबंधन की बैठक बुलाई जाए।

केजरीवाल पर बयान
आम आदमी पार्टी की आलोचनात्मक बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने कहा, “मैं अरविंद केजरीवाल को जानता हूं। यह तल्खी पंजाब विधानसभा चुनावों के बाद कम हो जाएगी।”

अंतरराष्ट्रीय दौरों पर अनुभव साझा किए
हाल ही में अफ्रीका और मिडल ईस्ट के दौरे से लौटे तिवारी ने बताया कि सांसदों का यह प्रतिनिधिमंडल बहुत सार्थक रहा। उन्होंने कहा कि इस दौरे के दौरान पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने आई और यह साफ हुआ कि आतंकवाद को सरकारी नीति की तरह अपनाने वाले देशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने सुझाव दिया कि इस तरह के प्रतिनिधिमंडलों को नियमित प्रक्रिया का हिस्सा बनाना चाहिए, ताकि भारत की कूटनीतिक ताकत और मजबूत हो सके।

तिवारी ने यह भी कहा कि कुछ विवाद दुर्भाग्यपूर्ण रहे, लेकिन पाकिस्तान की ओर से यह आखिरी हमला नहीं होगा, क्योंकि उनके भीतर 1971 की हार की गहरी टीस अभी भी ज़िंदा है।

गाजा मुद्दे पर भारत को और मुखर होने की जरूरत
तिवारी ने बताया कि अफ्रीका और मिडल ईस्ट के देशों में गाजा और फिलिस्तीनियों को लेकर गहरी संवेदनशीलता देखने को मिली। उन्होंने कहा कि इन देशों की अपेक्षा है कि भारत इस मुद्दे पर और स्पष्ट व मुखर रुख अपनाए।

अहमदाबाद विमान हादसे पर तीखी टिप्पणी
अहमदाबाद विमान हादसे पर मनीष तिवारी ने कहा कि यह दुखद है कि पूरा दोष पायलट पर मढ़ा जा रहा है। उन्होंने एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह उनकी पुरानी रणनीति है—खुद को बचाने के लिए दूसरों को कटघरे में खड़ा करना।

तिवारी ने कहा कि पायलट बेहद अनुभवी था और इस तरह की गलती की संभावना नहीं लगती। उन्होंने हादसे की गंभीर और निष्पक्ष जांच की मांग की।