सेंटर में फायरिंग करते नोनी राणा गैंग के शूटर्स।
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में आईल्ट्स सेंटर पर हुई फायरिंग और व्यक्ति को गोली मारने की घटना के 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक मुख्य शूटर्स पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस वारदात के तार गैंगस्टर नोनी राणा से जुड़े हैं। घटना की जांच के लिए SIT सहित कुल
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फायरिंग कर मांगे 1 करोड़
शाहाबाद की खानचंद मंडी के रहने वाले पंकुश कक्कड़ के मुताबिक, लाडवा रोड पर उसका आईल्ट्स सेंटर है। 10 अप्रैल दोपहर करीब 1.25 बजे उसके सेंटर पर बाइक पर आए 2 बदमाशों ने फायरिंग की थी। उसके बाद उसके व्हाट्सएप नंबर पर विदेशी नंबर से कॉल करके 1 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई। डिमांड पूरी न होने पर नोनी राणा ने घर पर ग्रेनेड फेंकने की धमकी दी।
डराने के लिए मारी गोली
नोनी राणा ने सेंटर संचालक को डराने के लिए फायरिंग की थी। धमकी दी कि गोली तुझे मारनी थी, लेकिन तू बच गया। इसलिए गोली रिसेप्शन के पास खड़े व्यक्ति को मारनी पड़ी। दरअसल, शूटर्स ने सेंटर पर रिसेप्शन पर काम करने वाली युवती के पिता भूषण सेठी के पेट में गोली मारी थी। भूषण सेठी दोपहर को अपनी बेटी का खाना देने सेंटर पर आया था।
एनकाउंटर में 2 बदमाश दबोचे
12 अप्रैल को CIA-2 की टीम रात करीब 11 बजे शाहाबाद के बराड़ा रोड पर रावा गांव के पास गश्त कर रही थी। इस दौरान टीम ने बाइक सवार 2 संदिग्ध युवकों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में आरोपियों की टांगों पर गोलियां लगी थीं। 15 अप्रैल को टीम ने शूटर राहुल और इमरान निवासी यमुनानगर को गिरफ्तार किया था। उनको 9 दिन के रिमांड पर लिया गया है। उनके कब्जे से देसी पिस्टल, देसी कट्टा 315 बोर और 3 कारतूस बरामद हुए। 17 अप्रैल को टीम ने उनके एक और साथी राजविंद्र सिंह उर्फ रजत निवासी बप्पा, जिला यमुनानगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
घटनास्थल पर मौजूद रहे आरोपी
अब तक पकड़े तीनों आरोपी आपा में दोस्त हैं। रजत का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, जबकि राहुल और इमरान कई बार जेल जा चुके हैं। सेंटर पर फायरिंग के वक्त तीनों घटनास्थल के आसपास घूम रहे थे। तीनों 1 ही बाइक पर आईल्ट्स सेंटर के पास आए थे। वारदात से पहले उन्होंने शूटर्स को हथियार वाला बैग पकड़ाया था। वारदात के बाद तीनों आरोपी बाइक पर फरार हो गए थे।
मुख्य आरोपी गिरफ्त से बाहर
सेंटर फायरिंग और भूषण सेठी को गोली मारने वाले शूटर्स का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस उनके पकड़े गए साथियों से पूछताछ कर रही है। उनकी निशानदेही पर पुलिस शूटर्स के ठिकानों पर दबिश दे रही है, मगर पुलिस को अभी तक कामयाबी नहीं मिल पाई है। उधर, सूत्रों के मुताबिक वारदात के लिए नोनी राणा ने सबको अलग-अलग काम दिए थे। इमरान और राहुल को बाइक व हथियार शूटर्स तक पहुंचाने का काम मिला था। पुलिस उनके कब्जे से मिली बाइक की जांच कर रही है।
