कृष्ण जन्माष्टमी 2025: मथुरा-वृंदावन में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, 38वीं बार जन्मभूमि पहुंचे सीएम योगी

कृष्ण जन्माष्टमी 2025: मथुरा-वृंदावन में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, 38वीं बार जन्मभूमि पहुंचे सीएम योगी

16 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

National Desk: देशभर में आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और लीला भूमि वृंदावन में लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं। जगह-जगह शोभायात्राओं, झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच पूरा ब्रज क्षेत्र कृष्णमय हो उठा है।

सीएम योगी का 38वां मथुरा दौरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 38वीं बार मथुरा पहुंचे। पिछले आठ वर्षों में यह उनका सबसे अधिक बार किया गया दौरा है, जो इस बात का संकेत है कि योगी सरकार के एजेंडे में मथुरा का विकास भी प्रमुख है। काशी और अयोध्या की तरह अब मथुरा को भी सरकार ने विकास और धार्मिक आस्था के केंद्र के रूप में प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने जन्मभूमि पर पूजा-अर्चना करने के बाद साधु-संतों को सम्मानित किया और विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण किया।

विश्राम घाट पर दीपदान से झिलमिलाया ब्रज
शुक्रवार शाम ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा विश्राम घाट पर भव्य दीपदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। गन्ना विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने दीप जलाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर 5,252 दीपों से यमुना तट आलोकित हो उठा।

बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती
हर साल केवल जन्माष्टमी पर होने वाली विशेष मंगला आरती का आयोजन आज रात 12 बजे बांके बिहारी मंदिर में होगा। इस दौरान ठाकुर जी का महाभिषेक और झूला झुलाने की परंपरा निभाई जाएगी, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आए हैं।

जन्मोत्सव की विशेष तैयारियां
जन्मभूमि मंदिर परिसर में शुक्रवार रात से ही पूजन-अर्चन की शुरुआत हो चुकी है। मध्यरात्रि 12 बजे ठाकुर जी के जन्म-महाभिषेक और आरती के साथ उत्सव चरम पर पहुंचेगा। इसके बाद श्रृंगार आरती और शयन आरती की जाएगी।

दुर्लभ योग में जन्माष्टमी
इस बार जन्माष्टमी पर 190 साल बाद दुर्लभ योग बना है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार गौरी, बुध आदित्य, वेशी, अमृत सिद्धि, गजलक्ष्मी और राजराजेश्वर योग एक साथ पड़ रहे हैं।

व्यवस्थाओं के लिए कंट्रोल रूम
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नगर निगम ने टोलफ्री नंबर 1533 और 14420 जारी किए हैं। साथ ही, चौबीसों घंटे संचालित होने वाला कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।

कुल मिलाकर, मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी का उत्सव भव्यता और आस्था का अद्वितीय संगम बन गया है, जहां एक ओर लाखों श्रद्धालु भगवान कृष्ण के बाल रूप का जन्मोत्सव मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ब्रज संस्कृति की अलौकिक झलक दुनियाभर से आए भक्तों को मंत्रमुग्ध कर रही है।