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किरोड़ीलाल, अनिल विज और पंकजा मुंडे…3 राज्यों में BJP के 3 मंत्री क्यों हैं नाराज? जानें पूरा मामला

13 Feb 2025: Fact Recorder
BJP Party Discipline Issues: बीजेपी के तीन राज्यों में तीन मंत्री इन दिनों परेशानी का सबब बने हुए हैं। पार्टी ने हरियाणा के मंत्री अनिल विज, और राजस्थान के मंत्री किरोड़ीलाल को नोटिस देकर जवाब मांगा है।

राजस्थान, हरियाणा और महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकारें हैं। इन राज्यों में बीजेपी सरकार में लगातार बगावत देखी जा रही है। राजस्थान में किरोड़ीलाल मीणा, हरियाणा में अनिल विज और महाराष्ट्र में पंकजा मुंडे बगावती तेवर अपनाए हुए हैं। ऐसे में आइये जानते हैं तीनों नेताओं की नाराजगी के कारण क्या है?

राजस्थान की भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा लगातार बगावती तेवर दिखा रहे हैं। वे सरकार बनने के बाद से ही एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। इसके बाद एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि सरकार मंत्री का काॅल रिकाॅर्ड करवा रही है। यही नहीं उनके पीछे सीआईडी लगाई जा रही है। किरोड़ी ने कहा कि हमने जो आंदोलन किए, उसके आधार पर ही हम सत्ता में आए, उन मुद्दों पर कोई काम नहीं हो रहा है।

इसलिए नाराज हैं किरोड़ीलाल

बता दें कि किरोड़ीलाल शुरुआत से ही अच्छा विभाग नहीं मिलने के कारण नाराज चल रहे हैं। लोकसभा चुनाव में दौसा सीट हारने के बाद किरोड़ी लाल ने इस्तीफा दे दिया था, लेकिन सरकार ने स्वीकार नहीं किया था। इस बीच पार्टी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने उनको अनुशासनात्मक नोटिस देकर तीन दिन में जवाब देने को कहा है।

अनिल विज को सीएम नहीं बन पाने की कसक!

हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज को बीजेपी संगठन ने सोमवार को कारण बताओ नोटिस भेजा है। पिछले कुछ समय से मंत्री विज सीएम नायब सिंह सैनी और अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। आपने सार्वजनिक तौर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सीएम के खिलाफ बयानबाजी की है, ये गंभीर आरोप हैं और पार्टी की नीति और अनुशासन के खिलाफ हैं। जानकारी के अनुसार उन्होंने 8 पेज का जवाब संगठन को भेजा है। फिलहाल इस पर पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

अनिल विज की नाराजगी सीएम पद को लेकर है। वे कई बार सार्वजनिक तौर पर सीएम बनने की इच्छा जता चुके हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि अंबाला सीट से हराने के लिए साजिश रची गई थी। वे कई मौकों पर कह चुके हैं कि हरियाणा के सबसे वरिष्ठ नेता होने के बावजूद उन्हें साइडलाइन कर दिया गया।

पंकजा मुंडे क्यों हैं नाराज?

2014 में मोदी सरकार में गोपीनाथ मुंडे केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बनाए गए थे। सरकार बनने के कुछ महीनों बाद ही दिल्ली में एक कार दुर्घटना में उनकी मौत हो गई। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में पंकजा मुंडे को फडणवीस सरकार में मंत्री बनाया गया। हालांकि वो इससे संतुष्ट नहीं थी, क्योंकि वह सीएम बनना चाहती थी। उन पर इस दौरान चिक्की घोटाले का आरोप लगा था।

2019 में पंकजा मुंडे बीड के परली से विधानसभा चुनाव हार गईं। तब उन्होंने कहा कि उनकी हार के लिए पार्टी के नेताओं ने साजिश रची। फिलहाल पंकजा मुंडे महाराष्ट्र की सरकार में मंत्री हैं। अभी हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि गोपीनाथ जी के पूरे प्रदेश में इतने समर्थक है कि वह नई पार्टी बना सकती हैं।