ब्लॉक खुईखेड़ा में विश्व जनसंख्या दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

अबोहर 11 जुलाई 2025 Fact Recorder

Punjab Desk : स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह जी और सिविल सर्जन राज कुमार के निर्देशानुसार, सहायक सिविल सर्जन व सीएचसी खुईखेड़ा के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ, रोहित गोयल, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अर्पित गुप्ता तथा जिला परिवार भलाई अधिकारी डॉ. कविता सिंह के नेतृत्व में आज दिनांक 11 जुलाई 2025 को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) खूईखेड़ा में एक जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “The Answer is Education – States may translate the same into their local language” को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य जनसंख्या नियंत्रण, शिक्षा का महत्व और सतत विकास की ओर समाज को प्रेरित करना था। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, आशा वर्करों और स्थानीय ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने जनसंख्या वृद्धि से होने वाली समस्याओं, संसाधनों पर पड़ते दबाव और परिवार नियोजन के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। वक़्ताओं ने जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों पर चर्चा की। साथ ही परिवार नियोजन के सुरक्षित और स्थायी उपायों की जानकारी दी गई।
SMO डॉ. रोहित गोयल ने उपस्थिति को अपने संबोधन में कहा कि “विश्व जनसंख्या दिवस हमें यह स्मरण कराता है कि शिक्षा ही वह मूल साधन है, जिससे हम जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित कर सकते हैं। जब हर नागरिक विशेषकर महिलाएँ शिक्षित होंगी, तब ही वे अपने अधिकारों, स्वास्थ्य और परिवार नियोजन के निर्णयों को सही रूप में ले सकेंगी। हमारे समाज के सतत विकास के लिए यह आवश्यक है कि हम शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और जागरूकता कार्यक्रमों को प्रत्येक गाँव तक पहुँचाएं। मैं सभी से अपील करता हूँ कि वे जनसंख्या नियंत्रण को केवल एक सरकारी कार्यक्रम न समझें, बल्कि इसे अपने जीवन और देश की प्रगति से जोड़ें।”
ब्लॉक मास मीडिया इंचार्ज सुशील कुमार ने अपने भाषण में शिक्षा को जनसंख्या नियंत्रण का सबसे प्रभावशाली माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि जब समाज शिक्षित होगा, विशेषकर महिलाएं, तब परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वेच्छा से अपनाए जाने की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि “जनसंख्या नियंत्रण केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि यह हर नागरिक का सामाजिक दायित्व है। शिक्षा ही वह कुंजी है, जो समाज को जागरूक बनाती है। हम CHC खूईखेड़ा की ओर से निरंतर प्रयासरत हैं कि ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य सेवाएं, परिवार नियोजन के साधन और आवश्यक जानकारी सुगमता से उपलब्ध कराई जा सके।”