सरकार के विरोध में प्रदर्शन करते शिक्षक।
झज्जर में एमआई पोर्टल पर डायरी लिखे जाने के विरोध में आज जिला मुख्यालय पर शिक्षकों की तरफ से धरना-प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ, हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन, हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघ और हसला की तरफ संयुक्त रूप से किया ग
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शिक्षकों ने कहा कि यदि सरकार अपने इस फैसले को वापिस नहीं लेती है तो फिर सरकार के खिलाफ राज्य स्तर पर संघर्ष का बिगुल फूंक दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। संगठन की तरफ से जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन भी भेजा गया है, जिसमें सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जताई गई।

डायरी लिखने के विरोध में लघु सचिवालय में मौजूद टीचर्स।
छुट्टी पर होने पर भी भरनी होगी डायरी धरना-प्रदर्शन के दौरान संगठन की तरफ से बताया गया कि सरकार के इन नए आदेशों में कहा गया है कि राज्य के सभी अध्यापकों द्वारा इसी माह की 9 अप्रैल से अध्यापक की डायरी एमआईएस से संचालित की जाएगी। सभी अध्यापकों के लिए अपनी टीचर डायरी अपडेट करना अनिवार्य होगा।
भले ही कोई अध्यापक ड्यूटी पर हो, प्रशिक्षण पर हो या कार्यशाला आदि में भाग ले रहा हो या किसी भी तरह के छुट्टी पर हो। उसे पोर्टल पर अपडेट करना होगा।
लघु सचिवालय में किया प्रदर्शन शिक्षकों को अपनी डायरी दैनिक या साप्ताहिक आधार पर लिखनी होगी। अध्यापक द्वारा डायरी भरने के उपरांत उक्त स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा डायरी का पुनः अवलोकन किया जाएगा। इन्हीं आदेशों के विरोध में गुरुवार को जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया गया था। संगठन की तरफ से बताया गया कि एमआईएस पोर्टल पर शिक्षक डायरी लिखने के आदेश अव्यवहारिक एवं अध्यापक के समय को बर्बाद करने के अलावा कुछ नहीं है।
आदेश लागू करने से पहले करना था विचार इन आदेशों को लागू करने से पहले जमीनी स्तर पर अलग-अलग संभावनाओं को देखना एवं अध्यापक संगठनों से इस बारे में विचार विमर्श करना चाहिए था। इसलिए हम शिक्षक डायरी के डिजिटलीकरण के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करते हैं और ऑफ लाइन शिक्षक डायरी को बनाए रखने की मौजूदा प्रथा को जारी रखने का सुझाव देते हैं।












