09 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
International Desk: यरुशलम में सोमवार को हुए आतंकी हमले ने इस्राइल को झकझोर दिया है। दो फलस्तीनी हमलावरों ने व्यस्त चौराहे पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें छह इस्राइली नागरिकों की मौत हो गई और दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल हुए। हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने दोनों हमलावरों को मार गिराया।
इस्राइल ने करार दिया राजधानी पर आतंकी हमला
इस्राइली विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इस हमले को “राजधानी पर भयावह आतंकी हमला” बताया। मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आतंकवादियों ने बस यात्रियों और राहगीरों को निशाना बनाया, यह वही बुराई है जिसका इस्राइल लगातार सामना कर रहा है।
विदेश मंत्री गिदोन सार का कड़ा बयान
इस्राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि उनका देश कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया कि हर देश तय करे कि वे “इस्राइल के साथ हैं या जिहादियों के साथ।”
हमले ने दिलाई पुराने अत्याचारों की याद
इस्राइल के वित्त मंत्रालय के महालेखाकार याली रोथेनबर्ग ने बताया कि हमले में उनके एक कर्मचारी की मां की मौत हुई है। भारत दौरे पर आए रोथेनबर्ग ने कहा कि यह घटना सभी के लिए चेतावनी है और हमें ऐसे चरमपंथ के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा।
भारत ने जताई संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यरुशलम गोलीबारी की कड़ी निंदा की। उन्होंने एक्स पर लिखा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है और शून्य सहनशीलता की नीति पर दृढ़ है। मोदी ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को टैग करते हुए संवेदना जताई।
👉 इस हमले ने न केवल इस्राइल की राजधानी को दहला दिया, बल्कि दुनिया के सामने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता को रेखांकित कर दिया है।