आज अहम IMF बैठक: क्या चरमराती अर्थव्यवस्था के साथ पाकिस्तान झेल पाएगा भारत से टकराव?

इस्लामाबाद / वाशिंगटन, 09 मई, 2025 Fact Recorder

पाकिस्तान की डगमगाती अर्थव्यवस्था एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के दरवाज़े पर है। आज IMF के साथ एक अहम बैठक होनी है, जिसमें पाकिस्तान द्वारा मांगे गए नए बेलआउट पैकेज पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर है।

विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार विदेशी कर्ज, बढ़ती महंगाई और डगमगाते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच पाकिस्तान लंबे समय तक किसी सैन्य संघर्ष का आर्थिक बोझ नहीं उठा सकता। पाकिस्तान पहले से ही IMF के बेलआउट पैकेजों पर निर्भर है, और उसकी अर्थव्यवस्था अभूतपूर्व दबाव में है।

IMF के अधिकारी यह जानना चाहेंगे कि पाकिस्तान की मौजूदा सरकार कैसे वित्तीय स्थिरता बनाए रखने की योजना बना रही है, खासकर ऐसे समय में जब देश के रक्षा खर्च में अचानक इज़ाफा हो सकता है।

पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान ने IMF से कई बार राहत पैकेज लिए हैं, लेकिन कोई भी दीर्घकालिक आर्थिक सुधार नहीं कर सका। अंतरराष्ट्रीय बाजार में निवेशकों का भरोसा भी कमज़ोर पड़ा है। इसके अलावा पाकिस्तान के अंदर राजनीतिक अस्थिरता ने आर्थिक चुनौतियों को और गहरा कर दिया है।

विश्लेषकों का कहना है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव और बढ़ा, तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है, जिससे ना सिर्फ महंगाई और बढ़ेगी बल्कि विदेशी निवेश और अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी प्रभावित हो सकता है।

IMF के साथ आज की बैठक पाकिस्तान की आर्थिक दिशा तय करने में निर्णायक साबित हो सकती है।