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Google पर अगर Search की ये उल्टी-सीधी चीजें तो जिंदगी हो जाएगी तबाह, खानी पड़ सकती है जेल की रोटी, जानिए क्या कहता है कानून?

18 Feb 2025: Fact Recorder

अगर आप सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री शेयर करते हैं तो इसे अपराध की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे मामले में पहली बार दोषी पाए जाने पर दो साल तक की कैद और पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। डिजिटल दुनिया ने हमारे जीवन को बेहद आसान बना दिया है। एक क्लिक में हम किसी भी जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इसके साथ ही इंटरनेट ने कुछ ऐसे अपराध भी जन्म दिए हैं जो समाज के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं। कई बार लोग इंटरनेट पर ऐसी चीजें सर्च करते हैं जो कानूनी अपराध की श्रेणी में आती हैं और इसके लिए भारतीय कानून के तहत सजा हो सकती है।

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भारतीय न्याय संहिता और डिजिटल अपराध

भारतीय न्याय संहिता (IPC) में पहले डिजिटल अपराधों के लिए कोई अलग से धाराएं नहीं थीं लेकिन अब बीएनएस में इन्हें शामिल किया गया है। इसके तहत कई ऐसे ऑनलाइन अपराधों के लिए सजा का प्रावधान किया गया है।

अश्लील सामग्री का प्रसार

भारतीय न्याय संहिता की धारा 294 के तहत अश्लील सामग्री के प्रसार या बिक्री को अपराध माना गया है। यदि आप सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री शेयर करते हैं तो यह अपराध है। पहली बार दोषी पाए जाने पर आपको दो साल तक की सजा और पांच हजार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। दूसरी बार अपराध करने पर पांच साल तक की सजा और दस हजार रुपये तक जुर्माना हो सकता है।

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आईटी एक्ट 2000 

देश में डिजिटल अपराधों पर लगाम लगाने के लिए आईटी एक्ट 2000 भी है। इसके तहत अगर आप गूगल पर ऐसी गतिविधि करते हैं जो समाज के लिए खतरनाक हो तो आपको जेल की सजा हो सकती है।

गैरकानूनी चीजों की सर्च

अगर आप इंटरनेट पर ड्रग्स, हथियार या किसी अवैध चीज की खरीदारी से जुड़ी जानकारी सर्च करते हैं तो यह अपराध है। इसके साथ ही अगर आप किसी व्यक्ति का मोबाइल नंबर घर का पता या बैंक डिटेल्स प्राप्त करने की कोशिश करते हैं तो भी यह अपराध माना जाता है और इसके लिए सजा हो सकती है।

चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर कड़ी सजा

चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में सजा का प्रावधान बहुत सख्त है। इसके लिए पांच से सात साल की जेल और दस लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।

इंटरनेट पर किए गए सर्च या गतिविधियां यदि अपराध की श्रेणी में आती हैं तो इसके लिए कानूनी सजा हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि इंटरनेट का इस्तेमाल जिम्मेदारी से किया जाए और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों से बचा जाए।