दस्त लगने पर बच्चे को 14 दिन तक दे जिंक की गोलियां: डॉ. रोहित गोयल

स्वास्थ्य विभाग पंजाब व सिविल सर्जन फाजिल्का डा. राज कुमार के निर्देशों अनुसार 1 जुलाई से 31 अगस्त तक चलने वाले तीब्र दस्त रोग  रोकथाम (इनटेंसीफाइड डायरिया कंट्रोल) के

डायरिया कंट्रोल प्रोग्राम के तहत स्वास्थ्य विभाग बाँट रहा है ओआरएस
एक सीएचसी, छह पीएचसी व 33 सब सैंटरों में औआरएस व जिंक कार्नर स्थापित: बीईई सुशील बेगांवाली

फाजिल्का, 25 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Health Desk: स्वास्थ्य विभाग पंजाब व सिविल सर्जन फाजिल्का डा. राज कुमार के निर्देशों अनुसार 1 जुलाई से 31 अगस्त तक चलने वाले तीब्र दस्त रोग  रोकथाम (इनटेंसीफाइड डायरिया कंट्रोल) के तहत जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अर्पित गुप्ता, सहायक सिविल सर्जन व एसएमओ डॉक्टर रोहित गोयल की देखरेख में ब्लाक खुईखेड़ा में बच्चों को ओआरएस के पेकेट बाँटे जा रहे है।
ब्लाक मास मीडिया इंचार्ज सुशील कुमार ने बताया कि यह मुहिंम 2 माह तक चलेगी। जिसमें आशा वर्करों द्वारा अपने एरिये में घर-घर जाकर छोटे बच्चों का सर्वे किया जा गया, इन्हीं घरों में इन छह माह से पांच साल के सभी बच्चों को एक-एक पैकेट ओआसएम का दिया जा रहा है। साथ ही जो बच्चे दस्त रोग से पीडि़त है, उन बच्चों को जिंक की गोलियां भी वितरित की जा रही है। इस दोरान ज्यादा उल्टी व दस्त वाले बच्चों को पास के स्वास्थ्य केंद्र में रैफर किया जा रहा है , जहां मैडीकल अफसर द्वारा उनका इजाल किया जा सके।
उन्होंने बताया कि ब्लॉक के अंतर्गत आते एक सीएचसी, छह पीएचसी तथा 33 सब सैंटरों में औआरएस व जिंक कार्नर स्थापित किए गए हैं। जहां प्रतिदिन आने वाले छोटे बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाया जा रहा है।
डॉ. लवप्रीत कंबोज ने बताया कि गर्मी और बरसात के मौसम के कारण दस्त से बच्चों में कमी की कमी हो जाने से कई बार बच्चों की जान को खतरा हो सकता है। इसलिए डायरिया होने के तुरंत बाद बच्चे को ओआरएस का घोल दिया जाए तो बच्चे की हालत गंभीर होने से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान आशा वर्करों द्वारा घर-घर जाकर जितने परिवार में 5 साल तक के बच्चे होंगे उन परिवारों को ओआरएस के पैकेट बांटे जा रहे है ताकि दस्त लगने पर बच्चे को तुरंत ओआरएस का घोल दिया जा सके। साथ ही आशा/आशा फ़ेस्लीटेटर/एएनएम ने परिवारों को ओआरएस का घोल तैयार करने और बच्चे को दस्त लगने पर घाल पिलाने की विधि और माताओं को अपने नवजात शिशुओं को पहले छह महीने तक स्तनपान कराने और 6 महीने के बाद ऊपरी खुराक देने बारे भी जानकारी भी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को दस्त लगे होंगे उन्हें जिंक की गोलियां 14 दिन तक दी जाएंगी क्योंकि जिंक की गोलियां लेने से जहां बच्चों के दस्त ठीक हो जाएंगे वहीं बच्चों को दोबारा दस्त लगने की संभावना भी कम हो जाएगी।