19 नवंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Health Desk: ठंड बढ़ते ही देश के कई हिस्सों में प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे मौसम बदलाव का सबसे ज्यादा असर नवजात बच्चों पर पड़ता है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम बेहद नाजुक होता है। ठंडी हवाएं, स्मॉग और धूल उनके स्वास्थ्य में संक्रमण, खांसी-जुकाम और सांस लेने की दिक्कत का खतरा बढ़ा सकते हैं। इसलिए माता-पिता को मौसम और प्रदूषण दोनों से बच्चे को बचाने के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। एम्स के पीडियाट्रिक विभाग के पूर्व विशेषज्ञ डॉ. राकेश बागड़ी बताते हैं कि नवजात को गर्म रखने के लिए हल्के लेकिन पर्याप्त कपड़े पहनाएं—टोपी, मोजे और स्वेटर जरूरी हैं। घर के भीतर हवा की गुणवत्ता बेहतर रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग किया जा सकता है। बाहर ले जाने की जरूरत हो तो कम समय के लिए ही लेकर जाएं। सर्दियों में नवजात को हल्की धूप जरूर दिलाएं, इससे विटामिन D की कमी पूरी होती है और इम्युनिटी मजबूत होती है। स्नान के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें और हाथ-पैर ठंड से बचाए रखें। यदि बच्चे में खांसी, सांस लेने में परेशानी, तेज बुखार या नींद में कमी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नवजात की सुरक्षा के लिए जरूरी बातें:
बच्चे को हमेशा गर्म और साफ कपड़ों में रखें
घर में धूल व स्मॉग कम करने के उपाय करें
जरूरत के बिना बच्चे को बाहर न ले जाएं
किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें













