उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने की पंजाब भाषा विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा

भाषा विभाग की जरूरतों को लेकर अन्य विभागों से जल्द रिपोर्ट मंगवाने का दिया भरोसा

पटियाला, 24 मई  2025 ,FACT RECORDER

पंजाब के उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने भाषा विभाग, पंजाब की कार्यप्रणाली की समीक्षा भाषा विभाग के निदेशक स. जसवंत सिंह जफ़्फ़र के साथ हुई बैठक में की। मंत्री बैंस ने भाषा विभाग द्वारा दुर्लभ और मूल्यवान पुस्तकों के डिजिटलीकरण के कार्य की समीक्षा की और इस प्रयास को इन पुस्तकों के संरक्षण और दुनियाभर में बसे पंजाबी लोगों तक पहुँचाने वाला महत्वपूर्ण कदम बताया।

उन्होंने विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ई-पुस्तकों, ऑडियो पुस्तकों और शब्दकोशों के रूप में पंजाबी प्रेमियों को उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने के कार्य की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने राजभाषा अधिनियम के तहत उच्च कार्यालयों में पंजाबी भाषा को लागू करने के लिए शुरू की गई मुहिम की भी प्रशंसा की।

मंत्री बैंस ने यह भी कहा कि पंजाबी भाषा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (मशीन इंटेलिजेंस) के क्षेत्र में सुदृढ़ करने के लिए विभाग द्वारा आयोजित की जा रही वर्कशॉप्स और तकनीकी गतिविधियों को निरंतर जारी रखा जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान भाषा विभाग ने असाधारण कार्य किए हैं, जिन्हें निरंतरता देने के लिए सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी।

स. बैंस ने लंबे समय से लंबित पड़े कार्यों को पूरा करने के लिए विभाग की सराहना की और कहा कि विभाग को चाहिए कि प्रसिद्ध लेखकों से अधिक से अधिक बातचीत रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जाए, ताकि नई पीढ़ी साहित्य से जुड़ सके।

उन्होंने यह भी कहा कि पंजाबी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए पंजाब के बाहर बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिससे विदेशों और अन्य राज्यों में बसे पंजाबी परिवारों की अगली पीढ़ियां भी पंजाबी भाषा और संस्कृति से जुड़ी रहें।
इसके साथ ही उन्होंने पंजाबियों से अपील की कि किताबों को तोहफे के रूप में देने की परंपरा को अपनाएं, जिससे पुस्तक-संस्कृति को बढ़ावा मिल सके।

इस अवसर पर निदेशक भाषा विभाग स. जसवंत सिंह जफ़्फ़र ने स. बैंस को विभागीय मुद्दों से संबंधित एक लिखित रिपोर्ट सौंपी, जिसमें खाली पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाना, दुर्लभ पुस्तकों और विभागीय पत्रिकाओं की छपाई से संबंधित लंबित कार्यों को जल्द निपटाना, तथा साहित्य सदन से जुड़े मसलों को शामिल किया गया।

स. बैंस ने निदेशक द्वारा प्रस्तुत सभी मुद्दों पर विचार करते हुए संबंधित विभागों से शीघ्र रिपोर्ट मंगवाने और आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। साथ ही उन्होंने पुस्तकों की छपाई से संबंधित मामलों पर जल्द बैठक आयोजित करने के निर्देश भी जारी किए।

चित्र विवरण: उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस को भाषा विभाग पंजाब के कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए निदेशक स. जसवंत सिंह जफ्फर।