सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट से होते हैं टिकट बुक
बता दें कि पिछले साल से सरकार ने आईआरसीटीसी को टिकट बुकिंग का काम सौंपा था। ऐसे में केवल इसी वेबसाइट www.heliyatra.irctc.co.in से टिकट बुक किए जा रहे थे। इस वर्ष भी यह जिम्मेदारी आईआरसीटीसी के पास ही रहेगी। इस वेबसाइट पर कोई मोबाइल नंबर नहीं दिया गया है। जबकि, फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया विज्ञापनों में मोबाइल नंबर दर्ज होता है। ताकि, लोग इस पर फोन करें और ठग उन्हें अपनी बातों में फंसा लें।
ऐसे दिया जाता है लोगों को धोखा
– हेली कंपनियों के लोगो और नाम का करते हैं इस्तेमाल।
– साइबर ठग ऐसी वेबसाइट बनाते हैं, जो एकदम अधिकारिक लगती है।
– इन वेबसाइट पर कांटेक्ट अस नाम के कॉलम में मोबाइल नंबर दर्ज होता है। जबकि, असल वेबसाइट में कोई मोबाइल नंबर नहीं है।
– फर्जी वेबसाइट पर भले ही आपने भुगतान कर दिया, लेकिन इसकी जानकारी आपको हेली सेवा प्रदाता कंपनियों से नहीं मिलेगी।
लुभावने वादे
– फर्जी वेबसाइट पर लोगों से लुभावने वादे किए जाते हैं। मसलन टिकटों के प्राइस में छूट, एक के साथ एक फ्री आदि। इसके साथ ही कई और वादे।
– असल वेबसाइट पर एक निर्धारित पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल होता है, जबकि नकली वेबसाइट पर ठग अपने पर्सनल खातों में पैसा जमा कराते हैं।