भारी बारिश से कहर: भूस्खलन से 250 सड़कें बंद, तीन दिन का रेड अलर्ट जारी, अब तक 110 की मौ*त

18 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Himachal Desk: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। शुक्रवार सुबह 10 बजे तक प्रदेश में 250 से अधिक सड़कें बाधित रहीं, जबकि 81 बिजली ट्रांसफार्मर और 61 जल आपूर्ति योजनाएं ठप पड़ी हैं। सबसे ज्यादा असर मंडी जिले में देखा गया, जहां 182 सड़कें और 50 जल योजनाएं प्रभावित हुईं। बीते 24 घंटे के दौरान जोगिंद्रनगर, सराहन, कोठी, शिलारू और नारकंडा सहित कई इलाकों में 20 से 40 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है। राजधानी शिमला में भी लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है।

मानसून सीजन की शुरुआत 20 जून से मानी जा रही है और 17 जुलाई तक 110 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 199 लोग घायल हुए और 35 लोग अब भी लापता हैं। इनमें से 45 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई। इस दौरान बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ जैसी घटनाओं से 1,356 घर और दुकानें, 915 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, जबकि 1,272 पालतू जानवरों की जान गई है। कुल नुकसान का अनुमान 1,22,038.37 लाख रुपये लगाया गया है।

मौसम विभाग ने 21 से 23 जुलाई तक भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 24 जुलाई तक येलो अलर्ट रहेगा। भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने किन्नौर कैलाश यात्रा को भी रद्द कर दिया है, क्योंकि मेलिंग खटा क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को खतरा बना हुआ है। हालात को देखते हुए राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है।