हरियाणा के शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा का दावा: प्राइवेट स्कूलों से बेहतर अब सरकारी है; अभिभावकों से प्रार्थना- बच्चों को हमारे पास भेजें, जेब पर डाका नहीं डलेगाl

31/March/2025 Fact Recorder

हरियाणा के शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा।

हरियाणा के शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा ने दावा किया है कि अब प्रदेश के सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूलों से कई ज्यादा बेहतर है। अब स्कूलों में सभी सुविधाओं को बढ़ा दिया गया है। इतना ही नहीं, उन्होंने प्रदेश के अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों कl

हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर दिया है। हायर के अंदर 100 फीसदी कर दिया है, सेकेंडरी में 300 में से 200 को हमने कवर कर लिया है। नए सेशन में ट्रांसफर की बात हो, अतिथि अध्यापक, वोकेशनल या टेक्निकल अध्यापकों की बात हो सभी की अब मीटिंग लेकर समस्याओं के निवारण करने का प्रयास किया जा रहा है।

इसके बाद एजुकेशन का स्तर ऊपर उठे इसके लिए वह भी दिन-रात एक करें। इसके लिए उन्होंने भी विश्वास दिलवाया है। सभी ने विश्वास दिलवाया है कि इस बार के रिजल्ट में कई गुना बढ़ोतरी होगी। पहले से ज्यादा बच्चे हमारे स्कूलों में आए हैं। पहले से ज्यादा बच्चे हमारे यूनिवर्सिटीज कैंपस में पढ़े हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ग्राफिक की मदद से इस तरह समझ सकते हैं –

80 फीसदी स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं पूरी: मंत्री ढांडा

अब शिक्षा की गुणवत्ता की ओर ध्यान देने के लिए लगातार काम जारी हैं । हमने भी अपनी नजरें सीधे तौर पर वहीं पर जमी हुई हैं। जिसके परिणाम आने लगे हैं लेकिन यह ऐसे परिणाम है जो एक लंबे समय बाद दिखाई देने लगेंगे। प्रदेश के करीब 80% स्कूलों में सभी मूलभूत सुविधाएं जैसे पीने का पानी, टॉयलेट, बेंच, सुरक्षा कैंपस हाल आदि का काम पूरा कर लिया गया है, बाकी जगह पर काम जारी है, जल्द ही पूरा हो जाएगा।

मगर अब प्रदेशवासी अध्यक्ष देखेंगे कि स्कूलों की रंगत बदल चुकी है। मैं प्रदेशवासियों से आग्रह करूंगा कि प्राइवेट स्कूलों से भी ज्यादा अच्छे अध्यापक अब हमारे सरकारी स्कूलों में है, आपको फ्री में हम लोग एजुकेशन देंगे। अच्छे टीचर्स हैं, अच्छा स्कूल का वातावरण है। सुरक्षा की दृष्टि से कोई चूक नहीं है। इसलिए आप अपने बच्चों को गवर्नमेंट स्कूल की तरफ भेजिए गारंटेड बात है कि परिणाम बहुत अच्छे आएंगे। आपकी जेब पर डाका न डले, इसलिए हमने सरकारी स्कूलों के तंत्र को और मजबूत कर दिया है।

स्कूलों की मनमानी पर बोलें- सरकारी में बच्चों को भेजें

वही जब मंत्री से निजी स्कूलों की मनमानी पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मनमानी किस चीज को बोलें। शिक्षा लेने का मेरा मौलिक अधिकार है मैं कहीं से भी शिक्षा ग्रहण कर सकता हूं। आपको लगता है कि सामाजिक तौर पर किसी हाई स्कूल में पढ़ाई करनी है तो वह आपका तरीका है लेकिन हम किसी दूसरे की बात नहीं कर सकते।

मैं प्रदेश के सरकारी स्कूलों के ढांचे का दावा कर रहा हूं कि हमने पहले से कई ज्यादा सुविधा सरकारी स्कूलों में बढ़ाई है। हमने सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से कई ज्यादा बेहतर कर दिया है। सीबीएसई दसवीं का परिणाम हम 90% क्रॉस कर चुके हैं। 12वीं का रिजल्ट हम 85% क्रॉस कर चुके है।