ओलावृष्टि ने छीनी सेब की रंगत, मायूस हुए बागवान

ओलावृष्टि ने छीनी सेब की रंगत

29 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Himachal Desk:  ओलावृष्टि ने घटाई सेब की पैदावार, बागवानों की मेहनत पर फिरा पानी — दिल्ली-पंजाब की मंडियों में जाएगा साहो क्षेत्र का सेब

साहो (चंबा)। साहो, कीड़ी और लग्गा क्षेत्र के सेब बागवान इन दिनों सेब की ग्रेडिंग और पैकिंग में जुटे हुए हैं। लेकिन इस बार बागवानों के चेहरे पर खुशी की जगह चिंता और मायूसी छाई हुई है। लगातार दूसरे साल खराब मौसम, विशेषकर ओलावृष्टि और कमजोर फ्लावरिंग के चलते फसल की पैदावार में भारी गिरावट आने की आशंका है।

बागवानों का कहना है कि इस बार सेब की सेटिंग कम रही है, जिससे उत्पादन पहले से ही सीमित है। ऊपर से बी ग्रेड सेब के दाम बेहद कम चल रहे हैं, जिससे लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है। नई किस्मों के चुनिंदा, उच्च गुणवत्ता वाले सेब को जरूर लगभग ₹150 प्रति किलो तक भाव मिल रहा है, लेकिन वह मात्रा में बहुत कम हैं।

स्थानीय बागवान भगत राम, संजीव कुमार, चैन सिंह, नेक राम और भिंद्रो राम बताते हैं कि तैयार माल की खेप जल्द ही दिल्ली और पंजाब की प्रमुख फल मंडियों के लिए रवाना की जाएगी। सभी को उम्मीद है कि मंडियों में सेब को बेहतर दाम मिलें, जिससे कुछ हद तक नुकसान की भरपाई हो सके।

बागवानों ने सरकार और उद्यान विभाग से मांग की है कि यदि इस बार भी उत्पादन कम रहता है और बाजार भाव गिरते हैं, तो उन्हें राहत पैकेज या मुआवजा प्रदान किया जाए।

इस संबंध में उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रमोद शाह ने बताया कि इस वर्ष ओलावृष्टि के कारण सेब की फसल को नुकसान हुआ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मंडियों में अच्छी गुणवत्ता वाले सेब को बेहतर दाम मिलेंगे और बागवानों को राहत मिलेगी।