GST बदलाव: क्या सरकार आर्थिक घाटा उठाकर सियासी फायदा लेने की तैयारी में?

GST बदलाव: क्या सरकार आर्थिक घाटा उठाकर सियासी फायदा लेने की तैयारी में?

05 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर 

National Desk: केंद्र सरकार ने GST में बड़ा बदलाव करके आम जनता को बड़ी राहत दी है। 4 टैक्स स्लैब घटाकर अब केवल 2 (5% और 18%) रखे गए हैं, जिससे कई जरूरी सामान सस्ते हो जाएंगे। हालांकि इससे सरकार को लगभग 48,000 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होगा, लेकिन माना जा रहा है कि यह कदम चुनावी फायदा दिला सकता है, खासकर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले।

प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “GST 2.0” बताते हुए कहा कि यह देश की अर्थव्यवस्था और परिवारों को डबल फायदा देगा। इस राहत का असर 22 सितंबर से दिखेगा, ठीक उसी समय जब बिहार में चुनावी माहौल चरम पर होगा और नवरात्र, दिवाली व छठ जैसे त्योहार नजदीक होंगे।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह फैसला विपक्ष के “SIR और वोट चोरी” जैसे मुद्दों को बैकफुट पर धकेल सकता है। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को मिली भीड़ और चर्चा के बीच सरकार का यह मास्टरस्ट्रोक सुर्खियां बदल रहा है। बीजेपी इसे बड़ी उपलब्धि बताकर प्रचारित कर रही है, जबकि कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही है।

इसके अलावा महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घिरी सरकार को यह फैसला आर्थिक और सियासी दोनों मोर्चों पर फायदा पहुंचा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि GST में कटौती से उपभोग बढ़ेगा, लोगों के पास ज्यादा पैसा बचेगा, मांग और उत्पादन में तेजी आएगी, जिससे निवेश और रोजगार में भी इजाफा होगा।

संक्षेप में, सरकार ने GST में बदलाव कर एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है—आर्थिक वृद्धि, उपभोक्ताओं को राहत और बिहार चुनाव में सियासी बढ़त।