गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल: क्या है इनका काम, शरीर में कितनी होनी चाहिए सही मात्रा?

तनाव, जंक फूड और व्यायाम की कमी आज की भागदौड़ भरी जिंदगी की आम समस्याएं हैं, जिनका असर सीधे हमारे दिल की सेहत पर पड़ता है। यही वजह है कि कोलेस्ट्रॉल

09 सितम्बर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Health Desk: तनाव, जंक फूड और व्यायाम की कमी आज की भागदौड़ भरी जिंदगी की आम समस्याएं हैं, जिनका असर सीधे हमारे दिल की सेहत पर पड़ता है। यही वजह है कि कोलेस्ट्रॉल की गड़बड़ी आज एक बड़ी स्वास्थ्य चुनौती बन गई है। कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए ज़रूरी तो है, लेकिन जब इसकी मात्रा बिगड़ती है, तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

कोलेस्ट्रॉल क्या है?
कोलेस्ट्रॉल एक वसायुक्त पदार्थ है, जो कोशिकाओं की झिल्ली बनाने, हार्मोन और पाचन प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाता है। समस्या तब होती है जब इसका स्तर ज़रूरत से ज्यादा हो जाता है।
गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल
बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL): यह धमनियों में जमकर उन्हें संकरा कर देता है और रक्त प्रवाह को बाधित करता है।
सही स्तर: 100 mg/dL से कम
बॉर्डरलाइन: 130–159 mg/dL
खतरनाक: 160 mg/dL से ऊपर
गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL): यह शरीर से अतिरिक्त फैट साफ करता है और हृदय को सुरक्षित रखता है।
सही स्तर: 60 mg/dL या उससे अधिक
खतरनाक: 40 mg/dL से कम
क्यों बढ़ रहा है कोलेस्ट्रॉल?
अनहेल्दी खानपान (तेल, तला-भुना, जंक फूड)
शारीरिक गतिविधि की कमी

तनाव और धूम्रपान
वजन बढ़ना
बचाव और संतुलन कैसे रखें?
संतुलित आहार लें
नियमित व्यायाम करधूम्रपान और शराब से दूरी बनाएँ

वजन नियंत्रित रखें
तनाव कम करने की कोशिश करें
जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से दवा लें

👉 विशेषज्ञों का मानना है कि कम उम्र से ही हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखा जा सकता है और दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक घटाया जा सकता है।